कानपुर में अब नए मोर्चा, प्रकोष्ठ के साथ चुनाव की ओर बढ़ेगी भाजपा, 15 जुलाई तक गठन की प्रक्रिया होगी पूरी
भारतीय जनता पार्टी में जिला कमेटियां तो बन चुकी हैं लेकिन नई जिला कमेटियों के साथ काम करने के लिए पुराने मोर्चा प्रकोष्ठ विभाग हैं। इन मोर्चा प्रकोष्ठों विभागों के पदाधिकारियों को मालूम है कि नई जिला कमेटी बन चुकी है।
कानपुर, जेएनएन। भाजपा में नई जिला कमेटियों के साथ पुराने मोर्चा, प्रकोष्ठों का समन्वय नहीं बन पा रहा है। चूंकि विधानसभा चुनाव भी सामने आ गए हैं, इसे देखते हुए पार्टी जल्दी से जल्दी नई जिला कमेटियों के साथ नए मोर्चा, प्रकोष्ठों की कमेटियां भी बनाने की ओर बढ़ गई है। एक माह के अंदर इन सभी मोर्चा, प्रकोष्ठों का गठन कर लिया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी में जिला कमेटियां तो बन चुकी हैं, लेकिन नई जिला कमेटियों के साथ काम करने के लिए पुराने मोर्चा, प्रकोष्ठ, विभाग हैं। इन मोर्चा, प्रकोष्ठों, विभागों के पदाधिकारियों को मालूम है कि नई जिला कमेटी बन चुकी है तो कभी ना कभी उन्हें भी मोर्चा, प्रकोष्ठ का भी नए सिरे से गठन होगा और उन्हें भी बाहर होना होगा। इसलिए वे बहुत सक्रिय भी नहीं हैं। जिलों में मोर्चा, प्रकोष्ठ विभाग के पदाधिकारी करीब-करीब निष्क्रिय हैं। युवा मोर्चा को छोड़ दिया जाए तो बाकी अानुषंगिक संगठनों के पदाधिकारी शांत होकर बैठे हुए हैं। संकट यह भी है कि अभी प्रदेश, क्षेत्र में भी नई कमेटियां नहीं बनी हुई हैं जिसकी वजह से जिले में भी इनका गठन नहीं हो पाया है। अब चुनाव में इन अानुषंगिक संगठनों की निष्क्रियता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इसलिए जल्दी से जल्दी मोर्चा, प्रकोष्ठों को नए सिरे से गठित करने के निर्देश दिए हैं। इन्हें 15 जुलाई तक गठित कर लिया जाएगा। इसके लिए नाम प्रदेश नेतृत्व को भेजे जाएंगे।
दूसरी ओर भाजपा मंडल इकाई में भी काफी पद इस समय खाली हैं। चूंकि कोरोना की वजह से कई लोगों का निधन भी हो गया है इसलिए मंडल में खाली पदों पर पदाधिकारियों को स्थानीय स्तर पर ही भर लिया जाएगा।