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घर लौटे प्रवासी कामगारों को पाॅवर प्लांट देगा रोजगार, मंत्री की अफसरों संग बैठक में मसौदा तय

प्रावधिक शिक्षामंत्री कमलरानी ने केंद्रीय कोयला मंत्री को पत्र लिख कर पॉवर प्लांट में रोजगार दिलाने का मुद्दा उठाया था।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 12 May 2020 04:22 PM (IST)Updated: Tue, 12 May 2020 04:22 PM (IST)
घर लौटे प्रवासी कामगारों को पाॅवर प्लांट देगा रोजगार, मंत्री की अफसरों संग बैठक में मसौदा तय
घर लौटे प्रवासी कामगारों को पाॅवर प्लांट देगा रोजगार, मंत्री की अफसरों संग बैठक में मसौदा तय

कानपुर, जेएनएन। कोविड-19 के चलते लॉकडाउन के चलते पॉवर प्लांट में कार्यरत अधिकांश कामगार अपने घरों को वापस लौट गए हैं। उधर देश के विभिन्न हिस्सों में रोजी रोटी कमा रहे हजारों कामगार भी वापस लौट रहे हैं। हालात को भांप उनमें काफी तादाद में लोग वापस भी नहीं जाना चाहते हैं। प्रदेश सरकार द्वारा वापस लौटे कामगारों को रोजगार मुहैया कराने की दिशा में प्रावधिक शिक्षामंत्री कमलरानी ने प्रशासन एवं पॉवर प्लांट के अफसरों के साथ लंबी बैठक की, जिसमें तय हुआ कि घर लौटे कामगारों को आवश्यक प्रशिक्षण देकर पॉवर प्लांट मेंही रोजगार मुहैया कराया जाएगा।

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प्रावधिक शिक्षामंत्री कमलरानी ने केंद्रीय कोयला मंत्री को पत्र लिख कर घर लौटे उनके निर्वाचन क्षेत्र के कामगारों को पॉवर प्लांट में रोजगार दिलाने का मुद्दा उठाया था। इस सुझाव पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी सहमति के बाद सोमवार दोपहर कमलरानी पॉँवर प्लांट पहुंची। जहां एनयूपीपीएल (नेयवेली उत्तर प्रदेश पावर लिमिटेड) के सीईओ मोहन रेड्डी एवं एसडीएम वरुण पांडेय के अलावा पॉवर प्लांट निर्माण में लगी एलएंडटी (लार्सन एंड टूब्रो), बीजीआर एवं जीई (जनरल इलेक्टिकल्स) आदि कंपनियों के साथ लंबी बैठक की। बैठक में लॉकडाउन के चलते पांच हजार से अधिक कामगारों के वापस लौटने से प्रोजेक्ट के नियत समय पर पूरा न हो पाने का मुद्दा उठा।

कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि नवंबर 2020 में 660 मेगावाट की पहली यूनिट के उत्पादन शुरू करना था। जो अब संभव नही दिखता। जिसके बाद देश के विभिन्न हिस्सों से घर वापस लौटे क्षेत्रीय कामगारों को रोजगार देकर परियोजना को गति देने के मंत्री के सुझाव पर सहमति बनी। एक कंपनी के प्रतिनिधि ने स्थानीय मजदूरों के अनुशासनहीनता का मुद्दा उठाया। जिस पर मंत्री वएसडीएम ने पूर्ण सहयोग का वादा किया। जिसके बाद एसडीएम ने कंपनी को करीब ढाई हजार कामगारों की एक सूची सौंपी। जिनको मंगलवार से बुला कर साक्षात्कार शुरू करने की सहमति बनी। एसडीएम ने जल्द ही 4700 मजदूरों की एक अन्य सूची भी जल्द देने को कहा। इसके पहले मंत्री ने नगर स्थित मंडी समिति में मुख्यमंत्री ने खेत खलिहान अग्निकांड दुर्घटना योजना के तहत 45 किसानों को राहत राशि की चेक प्रदान की। कमलरानी ने रविवार को आंधी की चपेट में आकर मरे गांवबीछीपुर निवासी कमलेश कुशवाहा के घर पहुंची और पत्नी सुनीता को सांत्वना दी और तहसील प्रशासन की ओर से चार लाख रुपये की चेक भेंट की।


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