सलिल को विधान परिषद का टिकट मिलने से आर्यनगर में अब भाजपा के सियासी 'लड़ाके' हुए सक्रिय
पूर्व विधायक व प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा सलिल विश्नोई अबतक आर्यनगर विधानसभा से चुनाव लड़ते थे लेकिन उन्हें विधान परिषद का प्रत्याशी बनाए जाने के बाद आर्यनगर विधानसभा क्षेत्र में दूसरे विधानसभा क्षेत्र के दावेदार भी समीकरण बिठाने लगे हैं।
कानपुर, जेएनएन। पूर्व विधायक व प्रदेश उपाध्यक्ष भाजपा सलिल विश्नोई को विधान परिषद का टिकट दिए जाने की घोषणा के साथ ही शहर की आर्यनगर विधानसभा सीट पर अगले चुनाव की टिकट को लेकर दावेदारों ने समीकरण बिठाने शुरू कर दिए हैं।
अचानक कई दावेदारों की लामबंदी से यह सीट सियासत का नया मैदान बनकर उभरी है। वैसे, कई दावेदार अब भी लगे थे, लेकिन सलिल विश्नोई के रहते उनके दावे मजबूत नहीं माने जा रहे थे। अब सीट खाली होने से शनिवार को ही कई दावेदारों ने दिल्ली-लखनऊ में बैठे अपने संपर्कों को साधा।
आर्यनगर विधानसभा क्षेत्र पूरी तरह से व्यापारियों का गढ़ है। नयागंज, कलक्टरगंज, बिरहाना रोड, मेस्टन रोड, मनीराम बगिया, जनरलगंज, एक्सप्रेस रोड, केनाल पटरी, हटिया, लोहा बाजार जैसे बड़े बाजार इसी विधानसभा क्षेत्र में हैं। इसलिए व्यापारिक बैक ग्राउंड के प्रत्याशियों को ही भाजपा इस सीट से मैदान में उतारती रही है। पार्टी के पास कई व्यापारिक चेहरे हैं भी। इनमें मणिकांत जैन, कानपुर उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री विनोद गुप्ता जैसे कई नाम शामिल हैं। वैसे, पूर्व पार्षद नीना अवस्थी और पार्षद विकास जायसवाल यहां काफी समय से सक्रिय हैं।
पार्टी में डॉ. श्याम बाबू गुप्ता के साथ ही नीतू सिंह, प्रकाश शर्मा व श्रीकृष्ण दीक्षित के नामों की चर्चा भी होती रही। यहां कई बार अलग-अलग कार्यक्रम करने को लेकर भी सियासत गरम रह चुकी है। अब इन नेताओं के लिए अपनी दावेदारी को आगे बढ़ाना काफी आसान हो गया है। पार्टी नेताओं के मुताबिक, बड़े नामों के साथ ही बहुत से नाम ऐसे भी हैं, जो किसी दूसरी विधानसभा सीट पर अपना दावा करने की तैयारी कर रहे थे। अपनी जमीन तैयार कर रहे थे, लेकिन अब उनका निशाना भी इसी सीट की तरफ हो गया है। हालांकि, किसे इसमें कामयाबी मिलेगी, ये आने वाला वक्त ही तय करेगा।