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Bird Flu in Kanpur: चिकन और अंडे की बिक्री में आई बड़ी गिरावट, जानें- दो दिन में पोल्ट्री कारोबार को कितने का पहुंचा नुकसान

80 लाख रुपये से अधिक का व्यापार प्रभावित। बर्ड फ्लू के कारण शहर के तमाम मोहल्लों में चिकन और अंडे की दुकानें बंद हैं। चिडिय़ाघर से 10 किलोमीटर के क्षेत्र में इनकी बिक्री पर प्रतिबंध से दो दिन में चार करोड़ रुपये की चोट कारोबारियों को लग चुकी है।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 10:13 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 10:13 PM (IST)
Bird Flu in Kanpur: चिकन और अंडे की बिक्री में आई बड़ी गिरावट, जानें- दो दिन में पोल्ट्री कारोबार को कितने का पहुंचा नुकसान
सामान्य स्थितियों में एक लाख मुर्गे रोज ही शहर में बिकते हैं।

कानपुर, जेएनएन। देश भर में अचानक से दस्तक देने वाले इस बर्ड फ्लू ने प्रदेश में पांव पसारना शुरू कर दिया है। नतीजा ये है कि शासन से प्रशासन तक प्रत्येक विभाग में खलबली मची हुई है। शहरों में चिकन की बिक्री पूर्णतया प्रतिबंधित कर दी गई है। इतना ही नहीं सूबे के लगभग सभी शहरों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। सतर्कता के मद्​देनजर मुर्गों को जलाकर या दफनाकर मारा भी जा रहा है। वहीं, इस बीच बात करें अगर कानपुर के पोलट्री कारोबार की तो पिछले दो दिन आंकड़े हैरान कर देने वाले हैं। 

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प्रतिदिन होती शहर में एक लाख मुर्गों की बिक्री

बर्ड फ्लू के कारण शहर के तमाम मोहल्लों में चिकन और अंडे की दुकानें बंद हैं। चिडिय़ाघर से 10 किलोमीटर के क्षेत्र में इनकी बिक्री पर प्रतिबंध से दो दिन में चार करोड़ रुपये की चोट कारोबारियों को लग चुकी है। सामान्य स्थितियों में एक लाख मुर्गे रोज ही शहर में बिकते हैं। इसके साथ ही आठ लाख करीब अंडे बिकते हैं। इस समय शहर के दक्षिण व बाहरी क्षेत्रों में चिकन खुलेआम बिक रहा है। शहर की कुछ बस्तियों में भी चोरी-छिपे इनकी बिक्री हो रही है, लेकिन बर्ड फ्लू की वजह से लोगों ने खरीद बहुत कम कर दी है। इससे 10 फीसद भी बिक्री नहीं रह गई है।

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कारोबारियों की भी सुनिए

  • कारोबारियों के मुताबिक, दुकानें और बंद रहीं तो ये बिक्री और प्रभावित हो जाएगी। 210 अंडे की पेटी की कीमत सोमवार को भी 900 रुपये रही, लेकिन मांग पांच से 10 फीसद के बीच आ गई है। ठेले पर बिक्री पर रोक का भी प्रभाव पड़ा है। 
  • पोल्ट्री फार्म कारोबारी रोहित गेरा के मुताबिक, बॉयलर मुर्गी को चिकन के रूप में बेचा जाता है। 45-50 दिनों के बाद इसे रखने पर जो भी दाना खर्च होगा, उसमें भी नुकसान होगा। दूसरी ओर लेयर मुर्गी अंडे के कारोबार के काम आती है, लेकिन 80 सप्ताह की हो गई मुर्गी की क्षमता भी कम हो जाती है, ऐसे में उसे भी बेचा जाता है।  

दो दिन में मिला चार करोड़ का झटका 

बर्ड फ्लू ने कानपुर के पोल्ट्री कारोबार को दो दिन में ही चार करोड़ रुपये का झटका दिया है। इसमें करीब 3.25 करोड़ रुपये चिकन का कारोबार प्रभावित हुआ है, जबकि 80 लाख रुपये के आसपास अंडे का कारोबार प्रभावित हुआ है। कारोबारियों को डर है कि बिना किसी सुरक्षा के दुकानों में बंद मुर्गियों के मरने से नुकसान और बढ़ जाएगा। अंडे सर्दी के कारण एक सप्ताह तक बचे रह सकते हैं। उधर, कारोबारियों ने अंडों को कोल्ड स्टोरेज में भी रखवाना शुरू कर दिया है।  

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