Bird Flu In Kanpur: तीन मृत कौओं में मिला बर्ड फ्लू का वायरस, कानपुर में अबतक 95 से अधिक पक्षियों की हुई मौत
कानपुर महानगर में अबतक सात पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद खतरा बढ़ने से जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। बीते चौबीस घंटों में अलग-अलग क्षेत्रों में पांच कबूतर व तीन कौए और मृत पड़े मिलने से दहशत बनी है।
कानपुर, जेएनएन। शनिवार को आई रिपोर्ट में तीन कौओं में फिर बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि हुई है। इस तरह अब तक सात पक्षियों में वायरस मिल चुका है। जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ाई है। उधर, शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में पांच कबूतर और तीन कौओं की मौत हो गई। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिसीजेस भोपाल से शनिवार को आई रिपोर्ट में डीबीएस कॉलेज गोविंद नगर, सीसामऊ और गौतमबुद्ध पार्क कल्याणपुर में करीब पांच दिन पहले मृत मिले कौओं में से तीन में वायरस की पुष्टि हुई है।
शनिवार को मृत मिले पांच कबूतरों व तीन कौओं के नमूने जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं। पक्षियों की लगातार मौत के बाद पशुपालन विभाग ने निगरानी बढ़ाई है। चिडिय़ाघर के बाड़े में रहने वाले स्वच्छंद घूमने वाले पक्षियों पर नजर रखी जा रही है। वहीं, शहर में अब तक 95 से अधिक पक्षी मृत मिले हैं।
50 मुर्गों के नमूने भेजे बरेली
पशुपालन विभाग ने शनिवार को अलग-अलग स्थानों से 50 मुर्गों के नमूने लिए। इनको जांच के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बरेली भेजा गया है। अफसरों ने बताया कि जीवित पक्षियों की लगातार जांच की जा रही है।
चिडिय़ाघर कर्मियों को बर्ड फ्लू से बचाव के बताए उपाय
चिडिय़ाघर के पक्षीलोक और पक्षीघर में चिडिय़ों को दाना-पानी देने और उनकी देखभाल करने वाले कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग के कोविड-19 व बर्ड फ्लू से बचाव के मंडलीय समन्वयक डॉ सुरेंद्र सिंह व जिला समन्वयक डॉ आरिफ ने सुरक्षा उपाय बताए। बताया कि सिर्फ नियमों को समझने और मानने की जरूरत है। इसके साथ ही पशुपालन विभाग के डॉ. देवेंद्र सोनी ने भी जानकारी दी।
चिडिय़ाघर के सहायक निदेशक अरविंद सिंह ने बताया कि पक्षियों के संपर्क में आने वाले 24 अधिकारियों व स्वास्थ्य कर्मियों की सूची मुख्य चिकित्साधिकारी को दे दी गई है। चिडिय़ाघर के किसी भी कर्मी में बर्ड फ्लू का कोई लक्षण नहीं मिला है। तीन पेट्रोलिंग टीमें रोजना पीपीई किट व मास्क के साथ घूम करके पक्षियों की निगरानी कर रहीं हैं।