Bird Flu Alert in Kanpur: शहर में मछली की बिक्री में आया तीन गुना उछाल और दोगुनी तेजी से बिका मटन
मटन कारोबारी राजेश बंगाली के मुताबिक पहले रोज तीन से चार बकरे बिकते थे लेकिन अब इनकी संख्या दोगुनी हो गई है। मटन के भाव पहले से ही 600 रुपये किलो हैं। अभी दरें नहीं बढ़ी हैं। साथ ही मछली की बिक्री भी बढ़ी है।
कानपुर, जेएनएन। बर्ड फ्लू की दहशत में लोगों का चिकन और अंडे से मोह भंग होने के कारण मछली की बिक्री तीन गुना हो गई है। वहीं, मंगलवार को मटन की बिक्री भी पहले से दोगुना हुई। खपत बढऩे के बावजूद दोनों में किसी के भाव नहीं बढ़े हैं।
तीन में छह करोड़ की चोट
तीन दिन में चिकन और अंडे की खपत 95 फीसद तक गिर चुकी है। छह करोड़ रुपये से ज्यादा के चिकन और अंडे के कारोबार को चोट लगी है। रविवार को प्रतिबंध लगने के बाद भी दूर के क्षेत्रों में चिकन खरीदने वाले लोगों ने अब इससे दूरी बना ली है। इसका प्रभाव शहर के बाहरी हिस्सों में अब तक बिक रहे चिकन और अंडे पर पड़ रहा है। अब चिडिय़ाघर से 10 किलोमीटर के दायरे में चिकन नहीं मिल रहा है। होटल में भी चिकन की मांग खत्म होने से मटन की मांग बढ़ी है।
कारोबारियों की भी सुनिए
- मटन कारोबारी राजेश बंगाली के मुताबिक, पहले रोज तीन से चार बकरे बिकते थे, लेकिन अब इनकी संख्या दोगुनी हो गई है। मटन के भाव पहले से ही 600 रुपये किलो हैं। अभी दरें नहीं बढ़ी हैं। साथ ही मछली की बिक्री भी बढ़ी है। तीन गुना तक मछली की बिक्री में इजाफा हुआ है। मछली की कीमतें भी अलग-अलग हैं।
- मछली विक्रेता राकेश के मुताबिक, सबसे ज्यादा बिकने वाली टैगन के भाव 175 रुपये प्रतिकिलो के आसपास हैं।