विकास दुबे के एक और सहयोगी अर्पित मिश्रा को पनकी पुलिस ने पकड़कर भेजा जेल, 25 हजार का था इनाम
बिकरू कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे के सहयोगी अर्पित मिश्रा को पनकी पुलिस ने उसके गांव झींझक के करियाझाला से गिरफ्तार कर गुपचुप तरीके से जेल भेज दिया । अर्पित पर 25 हजार का इनाम था ।
कानपुर, जागरण संवाददाता। बिकरू कांड के बाद विकास दुबे व उसके सहयगियों को कानपुर देहात के करिया झाला में ट्यूबवेल स्थित कमरे में शरण देने वाले आरोपित को पनकी पुलिस ने उसके गांव से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना के बाद से फरार चल रहे आरोपित पर 25 हजार का इनाम भी घोषित था। गिरफ्तारी को गोपनीय रखने पर पुलिस सवालों के घेरे में है।
कानपुर देहात के मंगलपुर करिया झाला गांव निवासी अर्पित मिश्रा ने बिकरू कांड के बाद विकास व उसके सहयोगी अमर दुबे, प्रभात मिश्रा को अपने खेत के पास बने ट्यूबवेल के कमरे में एक रात के लिए शरण दी थी। विकास अपने सहयोगियों के साथ कार में सवार होकर अभिषेक श्रीवास्तव के साथ यहां पर पहुंचा था। अर्पित ने यहां सभी के लिए खाने - पीने समेत लेटने की व्यवस्था की थी। दूसरे दिन सुबह विकास यहीं से कार में असलहों के साथ फरार हुआ था। तब से अर्पित भी लापता हो गया था। पिछले साल जब एसटीएफ ने विकास दुबे से जुड़े हथियारों की तस्कारी का मामला पकड़ा तो उसकी फरारी की कहानी भी सामने आई थी और अर्पित मिश्रा का नाम भी।
मामले की जांच में जुटी पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर अर्पित को उसके ही गांव से गिरफ्तार कर गुपचुप तरीके से 19 जनवरी को जेल भेज दिया था। पनकी इंस्पेक्टर अंजन कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि आरोपित ने विकास व उसके सहयोगियों की मदद की थी। जिस पर 25 हजार का इनाम घोषित था। युवक युवक को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की गई है।