Bikru Case Update: विकास दुबे की मदद करने वाले एक और पुलिसकर्मी का खुला राज, बनवाए थे शस्त्र लाइसेंस
रिश्वत लेने के मामले में जेल में बंद इंस्पेक्टर से एसपी पूर्वी ने की पूछताछ। प्रशिक्षु दारोगा रहते विकास की करीबी महिला के लाइसेंस के लिए की थी संस्तुति। कन्नौज के तालग्राम थाने के पूर्व प्रभारी निरीक्षक इंद्रजीत सरोज रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार हुआ था
कानपुर, जेएनएन। लखनऊ जेल में बंद इंस्पेक्टर इंद्रजीत सरोज बिकरू कांड के मुख्य गुनहगार दुर्दांत अपराधी विकास दुबे का काफी करीबी था। चौबेपुर में तैनाती के दौरान उसने विकास की करीबी एक महिला समेत तीन शस्त्र लाइसेंस की सकारात्मक रिपोर्ट दी थी। यह तथ्य एसपी पूर्वी द्वारा जेल में आरोपित से पूछताछ में सामने आए हैं।
कन्नौज के तालग्राम थाने के पूर्व प्रभारी निरीक्षक इंद्रजीत सरोज रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार हुआ था और आजकल लखनऊ जेल में है। बिकरू कांड में गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) ने इंद्रजीत के खिलाफ भी पर्याप्त साक्ष्य मिलने के बाद उसके खिलाफ जांच के आदेश दिए थे। पिछले दिनों एसपी पूर्वी शिवाजी ने लखनऊ जेल जाकर इंद्रजीत से पूछताछ की थी। पूछताछ में सामने आया कि इंद्रजीत 2005 में चौबेपुर थाने में तैनात था और कुछ समय के लिए उस हलके का प्रभारी भी रहा, जिसमें बिकरू स्थित है। एसपी शिवाजी ने बताया कि रिकार्ड के अनुसार इंद्रजीत ने स्वीकार किया कि उसने बिकरू के तीन शस्त्र लाइसेंस की संस्तुति की थी, जिसमें एक महिला का था। यह महिला विकास की करीबी है।
पूर्व ने इस बात को किया स्पष्ट
पूर्व थानाप्रभारी ने बयान में बताया कि वर्ष 2005 में वह प्रशिक्षु दरोगा था, उस समय उन्हें बिकरू के बारे में अधिक जानकारी नहीं थी। हालांकि पुलिस अभी इन शस्त्र लाइसेंस धारकों के नाम नहीं सार्वजनिक कर रही है। एसपी के मुताबिक उनके पास 15 पुलिस कर्मियों की जांच है, जिसमें एक की मृत्यु हो चुकी है और छह सेवानिवृत्त हो चुके हैं। बाकी आठ आरोपितों के खिलाफ जांच लगभग पूरी हो चुकी है। जल्द ही वह जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप देंगे।