सफर के दौरान 'दुर्घटना से देर भली' का नियम भूल जाते बाइक सवार, जल्दबाजी में चुनते मौत का 'शॉर्टकट'
हाईवे पर हादसों को रोकने के लिए भौंती-रूमा फ्लाईओवर हो या नौबस्ता सागर मार्ग सभी में बनाए गए कट बंद करने के निर्देश दिए गए थे। सड़क सुरक्षा समिति की ओर से दोनों स्थानों का निरीक्षण करने के बाद बोल्डर लगाकर बनाए गए कटों को बंद किया गया था।
कानपुर, जेएनएन। भौंती-रूमा फ्लाईओवर पर दो पहिया वाहन सवारों के साथ होने वाले हादसों के लिए वाहन सवार खुद भी इसके लिए जिम्मेदार हैं। इनके अलावा रखरखाव करने वाले विभागीय अफसर को भी यदि दोष दिया जाए तो अतिश्योक्ति न होगी। छरअसल, वाहन सवार कुछ किलोमीटर का चक्कर काटने से बचने के लिए जिंदगी दांव पर लगा रहे हैं। यही कारण है कि फ्लाईओवर पर हादसों की रफ्तार में कमी नहीं आयी है। मंगला विहार के बाद अब दहेली सुजानपुर में भी अवैध कट तैयार कर दिया गया है। जिसे जिम्मेदारों ने अब तक बंद कराने की जहमत नहीं उठाई है।
शहर के इन-इन मार्गों पर हैं कट
शहर से गुजरे हाईवे पर हादसों को रोकने के लिए भौंती-रूमा फ्लाईओवर हो या नौबस्ता सागर मार्ग सभी में बनाए गए कट बंद करने के निर्देश दिए गए थे। सड़क सुरक्षा समिति की ओर से दोनों स्थानों का निरीक्षण करने के बाद बोल्डर लगाकर बनाए गए कटों को बंद किया गया था। मंडलायुक्त ने भी पुलिस और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर फ्लाईओवर के सभी कट बंद कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी रामादेवी से नौबस्ता की ओर जाने वाले रास्ते पर मंगला विहार के पास डिवाइडर तोड़कर एक से दूसरे लेन में जाने के लिए कट बनाया था। यहां के बाद अब दो पहिया वाहन सवारों ने अपनी सुविधा के लिए कट पर लगाए गए बोल्डर खिसका कर दो स्थानों से वाहनों को निकालने का जुगाड़ बनाया है। यह जुगाड़ जीवन पर भारी पड़ रहा है। लोग आठ किलोमीटर का चक्कर काटने से बचने के लिए मौत के शार्टकट से निकलते हैं। जिम्मेदारों ने न तो मंगला विहार का कट और न ही यहां बनाए गए दोनों कट बंद कराने की जहमत उठाई।
इनका ये है कहना
पूर्व में भी कट बंद कराने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को पत्र लिखा जा चुका है। अगर कट बंद नहीं किए गए हैं तो परियोजना निदेशक को रिमाइंडर भेजा जाएगा। - बसंत लाल, एसपी ट्रैफिक