फर्रुखाबाद में वैक्सीन लगाने गए स्वास्थ्य कर्मियों और लेखपाल पर पथराव, मारपीट पर आमादा हुए दबंग
नवाबगंज ब्लॉक के फतेहपुर परिउली गांव स्थितप्राथमिक विद्यालय में सुबह एएनएम ज्योति राजपूत व प्रियंका ने स्वास्थ्य कर्मियों के साथ पहुंचकर कोरोनारोधी टीकाकरण का शिविर लगाया। गांव के बूथ पर अपराह्न 130 बजे तक महज 10 लोगों ने ही वैक्सीन की डोज लगवाई।
फर्रुखाबाद, जेएनएन। कोरोना वैक्सीन की डोज लगवाने के लिए कहने पर दबंग ने लेखपाल और स्वास्थ्य कर्मियों से गाली-गलौज कर मारपीट की कोशिश की। इसके बाद स्वजन के साथ पथराव कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया और जांच शुरू की है।
नवाबगंज ब्लॉक के फतेहपुर परिउली गांव स्थितप्राथमिक विद्यालय में सुबह एएनएम ज्योति राजपूत व प्रियंका ने स्वास्थ्य कर्मियों के साथ पहुंचकर कोरोनारोधी टीकाकरण का शिविर लगाया। गांव के बूथ पर 100 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य था, लेकिन अपराह्न 1:30 बजे तक महज 10 लोगों ने ही वैक्सीन की डोज लगवाई। इसपर स्थानीय लेखपाल रुद्र प्रताप सिंह ने आशा बहू व शिक्षकों के साथ गांव में घूमकर लोगों से टीकाकरण कराने के लिए बूथ पर चलने की अपील की। लेखपाल व कर्मचारियों की टीम गांव के ही एक युवक के घर के सामने पहुंची और उससे भी अपील की। उसने और उसके स्वजन ने वैक्सीनेशन से मना कर दिया। लेखपाल व स्वास्थ्य कर्मियों ने समझाया तो उत्तेजित होकर गाली-गलौज के साथ अभद्रता करने लगा। लाठी-डंडे लेकर घेरने के साथ पथराव शुरू कर दिया। कर्मी एसडीएम कायमगंज सुनील कुमार को सूचना देकर किसी तरह वहां से शिविर में पहुंचे। युवक और उसके स्वजन ने वहां पहुंचकर भी जान से मारने की धमकी दी। इस पर लेखपाल व सचिव शिवपाल सिंह समेत अन्य ने दरवाजा अंदर से बंदकर खुद को बचाया। लेखपाल ने बताया कि बिना वजह विवाद किया गया। उधर, एसडीएम ने गांव में घूमकर लोगों को जागरूक करने के साथ वैक्सीनेशन को लेकर समझाया, लेकिन किसी के टीका नहीं लगवाने पर टीम लौट गई। कार्यवाहक थाना प्रभारी मेरापुर श्यामबाबू ने बताया कि लेखपाल व ग्रामीण में कहासुनी हुई थी। पुलिस पहुंचने पर विवाद शांत हो गया। किसी ने तहरीर नहीं दी है।