केस्को में फर्जीवाड़ा : तीन संविदाकर्मी निष्कासित, सहायक अभियंता पर विभागीय कार्रवाई
केस्को जाजमऊ और सर्वोदय नगर डिवीजन के प्रकरण में जांच कमेटी की रिपोर्ट पर तीन संविदा कर्मियों का निष्कासन किया गया है । वही सहायक अभियंता पर विभागीय कार्रवाई के साथ जांच टीम गठित की गई है ।
कानपुर, जागरण संवाददाता। केस्को जाजमऊ व सर्वोदय नगर डिवीजन में फर्जी मीटर प्रकरण की जांच में दोषी पाए गए तीन संविदा कर्मियों को निष्कासित कर दिया गया है। वहीं, नवीन नगर सबस्टेशन के सहायक अभियंता अपने अधिकारों का दुरुपयोग करने के दोषी पाए गए हैं। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरु करते हुए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है। केस्को प्रबंध निदेशक ने जांच कमेटी को शीघ्र जांच कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
ऐसे हुआ मीटर बदलने का खेल : केस्को के सर्वोदय व जाजमऊ डिवीजन में उपभोक्ताओं के घर पर पुराना मीटर बदल कर अवैध रूप से कम रीङ्क्षडग वाला नया मीटर लगाने का मामला सामने आया था। सर्वोदय नगर डिवीजन में रामलला रोड निवासी राजकुमार वर्मा व रोशन नगर निवासी छुन्नन के घर पर फर्जी मीटर लगे पाए गए। वहीं, जाजमऊ डिवीजन में मोतीनगर निवासी राहिल, जेके कालोनी निवासी शकील अहमद के घर पर भी फर्जी मीटर लगे मिले। इसके बाद, जांच कमेटी बैठाई गई। इसमें संविदा कर्मियों अखिलेश त्रिपाठी, शंभू सिंह, अरविंद कमल को दोषी पाया गया।
वहीं, शंभू सिंह को घूस मांगने के आरोप में आरएमएस टेक्नोसोल्यूशन ने सेवा से निष्कासित कर दिया। इसके बावजूद नवीन नगर सबस्टेशन के सहायक अभियंता गणेश कुमार गुप्ता ने उच्चाधिकारियों को बताए बगैर नियम विरुद्ध श्रम न्यायालय में उसे आरटीओ सबस्टेशन में तैनात कर दिया। जांच आख्या में कहा गया कि सहायक अभियंता ने अधिकारों का दुरुपयोग किया। वे उप्र सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली के अंतर्गत कदाचरण करने के दोषी पाए गए।
तीन सदस्यीय कमेटी करेगी जांच : केस्को प्रबंध निदेशक अनिल ढींगरा ने सहायक अभियंता गणेश कुमार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जांच के लिए कमेटी की तीन सदस्यीय कमेटी गठित की है। कमेटी में अधिशासी अभियंता धर्म विजय व लेखाधिकारी आरके बाजपेई शामिल हैं। कमेटी को जल्द जांच कर आख्या प्रबंध निदेशक को प्रस्तुत करेगी।
कार्रवाई से संतुष्ट नहीं, हाईकोर्ट जाएंगे : उधर संविदा कर्मचारी संगठन केस्को के महामंत्री दिनेश ङ्क्षसह भोले ने कहा कि वे कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। आरोपियों पर कार्रवाई के लिए हाईकोर्ट जाएंगे।