कानपुर पुलिस ने किया झारखंड के चोर गिरोह पर्दाफाश, सौ से ज्यादा मोबाइल फोन मिले
मजदूर बनकर कानपुर में किराए पर रह रहे झारखंड के तीन चोरों ने मोबाइल छीनने को ही अपना पेशा बना लिया। बाजार सब्जीमंडी और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर आसानी से करते थे मोबाइल छीनने का काम। तीन चोरों में एक नाबालिक भी।
कानपुर, जागरण संवाददाता। झारखंड से आकर शहर में वारदातों को अंजाम दे रहे मोबाइल चोर गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। डीसीपी साउथ की अगुवाई वाली स्वाट टीम ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक नाबालिग भी शामिल है। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने चोरी के 102 मोबाइल फोन बरामद किए। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
बर्रा थाना प्रभारी दीनानाथ मिश्रा ने बताया कि काफी दिनों से सब्जीमंडी और बाजारों में मोबाइल चोरी हो रहे थे।पुलिस चोरों की तलाश कर रही थी, तभी मंगलवार रात बर्रा पांच सब्जीमंडी से प्रोफेसर की पत्नी अपर्णा मिश्रा का मोबाइल चोरी कर भागते हुए लोगों ने उसे पकड़ा था। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने खुद को झारखंड का रहने वाला बताया। पूछताछ में उसने अपने दो साथी गौतम और रेहान बताए। वो लोग क्षेत्र के एक मकान में किराए पर कमरा लेकर रह रहे थे। मकान मालिक को उन्होंने खुद को मजदूर बताया था।
बुधवार देर रात डीसीपी साउथ रवीना त्यागी की साउथ की स्वाट टीम के साथ पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर बर्रा सात के पास से दोनों को दबोच लिया।उनकी निशानदेही पर कमरे से 102 मोबाइल बरामद हुए। पूछताछ में तीनों ने बताया कि वह बाजार, सब्जीमंडी और भीड़भाड़ वाले स्थान पर मोबाइल चोरी करते थे। इससे भीड़ के बीच आसानी से भाग निकलते थे। पुलिस तीनों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।