Mishap In Fatehpur: आंधी के कहर से दंपती ने खोया बेटा, मकान पर पेड़ गिरने के बाद पल भर में उजड़ गई गृहस्थी
कोतवाली के गौरी गांव में सुखराम बाल्मीकि नामक व्यक्ति के मकान के पास पीपल का पेड़ था। भोर करीब 430 बजे अचानक से पेड़ उखड़ कर मकान के ऊपर गिर गया। मकान ढहने से सुखराम का पूरा परिवार मलबे में दब गया।
फतेहपुर, जेएनएन। सोमवार तड़के आंधी और बारिश जनपद के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया। यहां गौरी गांव में पीपल का पेड़ उखड़कर मकान के ऊपर गिर गया। इससे मकान ढह गया और एक ही परिवार के छह सदस्य मलबे में दब गए। इसके बाद सूचना पर एसडीएम व कोतवाली प्रभारी मौके पर पहुंचे। घंटों मची चीख-पुकार के बीच जेसीबी से पेड़ व मलबा हटाकर दबे स्वजन को निकालकर अस्पताल भेजा गया जहां बेटे की मौत हो गई जबकि मां समेत पांच लोगों का उपचार चल रहा है।
इस तरह हुआ हादसा: कोतवाली के गौरी गांव में सुखराम बाल्मीकि नामक व्यक्ति के मकान के पास पीपल का पेड़ था। भोर करीब 4:30 बजे अचानक से पेड़ उखड़ कर मकान के ऊपर गिर गया। मकान ढहने से सुखराम का पूरा परिवार मलबे में दब गया। जिसके सुखराम, उसकी पत्नी रधिया, पुत्र राजू, रामू, राजकुमार, बहू गीता देवी, पौत्री महिमा शामिल थे। तेज आवाज सुनकर पड़ोसी भी पहुंचे और मकान के ऊपर गिरे पेड़ को हटाने का असफल प्रयास कर पुलिस को सूचना दी।
खबर पाकर एसडीएम विजय शंकर तिवारी, कोतवाली प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह, जोनिहां चौकी इंचार्ज ऋषभ कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। जेसीबी मंगवाकर पेड़ और मलबा हटाकर सभी को बाहर निकला गया और एंबुलेंस से इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। राजू की इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि रामू, गीता देवी की हालात गंभीर बनी हुई है। महिमा, राजकुमार व रधिया को मामूली चोटें आईं हैं।
इनका ये है कहना: कोतवाली प्रभारी आशुतोष सिंह ने बताया कि मकान के बाहरी हिस्से में बंधी एक बकरी भी मर गई है। मकान के मलबे में पूरी गृहस्थी दब गई। उधर खबर पाकर डीएम अपूर्वा दुबे अस्पताल पहुंची और परिवार को त्वरित आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
बाल बाल बचे पारिवारिक सदस्य: मकान के दूसरे हिस्से में सोए गृह स्वामी सुखराम के अलावा बहू आशा देवी पत्नी राजू, पौत्री लक्ष्मी, पौत्र रोहित, राहुल, मोहित व सूरज को चोटें नहीं आई हैं। सुखराम ने बताया कि परिवार के यह सभी सदस्य मकान के दूसरे हिस्से में थे। यहां पर पीपल के पेड़ की हल्की डाली गिरने के कारण जान बच गई। हादसे के वक्त कुछ देर तो कुछ समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ। प्रधान रूबी ने बताया कि पेड़ गिरने की आवाज से लोग दहशत में आ गए थे।