कानपुर के तीन छात्रों ने बनाया कोरोना का अभेद्य सिस्टम, कॉलेज-मॉल और सिनेमा हॉल में बेहद उपयोगी
कानपुर के तीन छात्रों ने ऐसा अभेद सिस्टम तैयार किया है जिससे अब कोरोना संदिग्ध चौखट नहीं लांघ सकेंगे। यह सिस्टम कॉलेजों मॉल और सिनेमा हॉल में लगाया जा सकेगा। इसके एडवांस वर्जन के लिए ग्रांट भी मिल गई है।
कानपुर, [शशांक शेखर भारद्वाज]। कॉलेज, मॉल, सिनेमा हॉल या ऐसे ही भीड़ वाले स्थानों में लोगों की अधिक संख्या के कारण ये सुनिश्चित करना मुश्किल हो जाता है कि इनमें कौन कोरोना संक्रमित या संदिग्ध है। अब जब कोरोना की दूसरी लहर तेजी के साथ बढ़ रही है तो ये चुनौती और बढ़ी है। ऐसे में शहर के तीन छात्रों की तकनीक काम आएगी। तीनों ने ऐसा अभेद्य सिस्टम बनाया है कि कोरोना संदिग्ध भीड़-भाड़ वाली जगहों पर पहुंचने से पहले ही चिह्नित किए जा सकेंगे। शरीर को बिना छुए ही इससे तापमान मापा जा सकता है। तापमान अधिक मिलते ही लाल बत्ती जलने के साथ ही हार्न बजेगा और प्रवेश द्वार पर लगा बैरियर भी खुद ही बंद हो जाएगा।
इन्होंने तैयार किया सिस्टम, एडवांस वर्जन बनाने को मिली ग्रांट
सिस्टम का प्रोटोटाइप तैयार करने वाले शहर के बर्रा पांच निवासी शेष कुमार पटेल, रामादेवी के अवनीश कुमार व वेदांत पाठक एलेन हाउस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एमटेक अंतिम वर्ष के छात्र हैं। गुजरात की स्टार्टअप स्कीम के तहत उनके मॉडल में दिलचस्पी दिखाते हुए एडवांस वर्जन तैयार करने को कहा गया है और 50 हजार रुपये की ग्रांट भी दी है।
इंफ्रारेड तकनीक और चेकिंग डोर जैसा सिस्टम
तीनों छात्रों ने कोरोना काल में इस तरह का मॉडल विकसित किया है। यह इंफ्रारेड तकनीक पर काम करता है, जिसमें सिर्फ 0.5 फॉरेनहाइट का मामूली फर्क आ सकता है। इनका यह सिस्टम एक तरह से चेकिंग डोर जैसा होगा, जिसके एक छोर पर तापमान मापने का सिस्टम है, दूसरी ओर सैनिटाइजिंग पाइप, जो गुजरने वालों को सैनिटाइज भी करेगा। यह मौजूदा समय में प्रयोग की जा रही थर्मामीटर गन की तकनीक की तरह काम करता है। इसका सिस्टम बहुत ही अपग्रेड है। इसमें एक मीटर की दूरी से तापमान ज्ञात करने वाले कई सेंसर लगे हैं।
गुजरात सरकार की स्टार्टअप स्कीम में प्रदर्शन, मिली सराहना
मॉडल को गुजरात सरकार की स्टार्टअप स्कीम आइ-क्रिएट की ओर से संचालित स्पार्क अप प्रोग्राम में प्रदर्शित किया जा चुका है, जहां पर उसकी सराहना हुई। शेष कुमार ने बताया कि आइ-क्रिएट की ओर से मॉडल को एडवांस करने के लिए कहा गया है। अब इसमें बैरियर को भी जोड़ा जाएगा।
ऐसे करेगा काम, 99 फॉरेनहाइट से अधिक तापमान पर अलार्म
अब एडवांस मॉडल में रेड-ग्रीन लाइटें लगाई जाएंगी। हार्न और बीप का अलर्ट रहेगा। शरीर का 98-99 फॉरेनहाइट तक तापमान होने पर ग्रीन लाइट जल जाएगी। इससे ऊपर तापमान होते ही रेड लाइट जलेगी। हार्न और बीप की आवाज आने लगेगी। उसी समय बैरियर भी गिर जाएगा। इससे कोरोना संदिग्ध व्यक्ति की पहचान हो सकेगी।