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कानपुर देहात में TET पास कराने के नाम पर डेढ़ लाख की ठगी, जानिए- कैसे सामने आया सच

Big Fraud in UP ठगी की घटनाएं सामने आने के बाद कहीं न कहीं पुलिस की भूमिका पर भी प्रश्न उठते हैं। ऐसा इसलिए भी कहा जा सकता है कि पुलिस की सतर्कता और सख्ती के बीच बेखौफ अपराधी लोगों को आसानी से शिकार बना लेते हैं।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 07:10 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 07:10 PM (IST)
कानपुर देहात में TET पास कराने के नाम पर डेढ़ लाख की ठगी, जानिए-  कैसे सामने आया सच
ठगी किए जाने से संबंधित प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर देहात, जेएनएन। Big Fraud in UP अभी कुछ दिन पहले ही कानपुर में बेराेजगार युवकों को शिकार बनाकर उनसे लाखों की ठगी करने का मामला सामने आया था। उसकी आग बुझी भी नहीं थी कि कानपुर में देहात में एक और ठगी का मामला सामने आ गया। जिसमें युवक से शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में पास कराने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये की ठगी कर ली गई। पीड़ित ने एक युवती समेत तीन लोगों पर घटना के बाद मुकदमा दर्ज कराया है। बकौल, पुलिस इस मामले की जांच की जा रही है। 

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ठगी के मामलों के बाद प्रशासन पर उठते सवाल: ठगी की घटनाएं सामने आने के बाद कहीं न कहीं पुलिस की भूमिका पर भी प्रश्न उठते हैं। ऐसा इसलिए भी कहा जा सकता है कि पुलिस की सतर्कता और सख्ती के बीच बेखौफ अपराधी लोगों को आसानी से शिकार बना लेते हैं...कभी-कभी ऐसा भी होता है कि न ठगी के पैसे न मिलते हैं और अपराधियों के विरुद्ध कोई कार्रवाई होती है। 

कानपुर में सामने आया था मामला: कानपुर सेंट्रल पर बीते तीन चार दिन पहले ठगी का एक ऐसा ही केस आया था जिसमें टिकट निरीक्षक ने प्लेटफार्म नंबर दो-तीन पर चेकिंग करते समय संदिग्ध पड़ी जो गले में आइ-कार्ड डाले था। पूछताछ में संदिग्ध युवक ने बताया कि वह ट्रेनिंग कर रहा है। उसकी तरह कई और लोग भी सेंट्रल स्टेशन पर प्रशिक्षण ले रहे हैं। बड़े गिरोह की आशंका में तत्काल जीआरपी और आरपीएफ की चार टीमें बनाई गईं जिन्होंने एक-एक कर 16 लोगों को पकड़ा।

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ये है पूरा मामला: झींझक कस्बे के द्वारिकागंज मोहल्ला निवासी कृष्णचंद्र दीक्षित ने बताया कि बीएड पास करने के बाद वर्ष 2018 में उन्होंने टीईटी के लिए आवेदन किया था। उनका कानपुर नगर के बर्रा सात निवासी मित्र राजन सचान के यहां आना जाना था। राजन के यहां एक युवती रिेंकी काम करती थी। उसने कहा कि उसके जीजा बर्रा दो निवासी राकेश कनौजिया आपको पास करा देंगे, उनकी पहचान ऊपर तक है। कुछ दिन बाद रिंकी व राकेश कनौजिया ने एक महिला प्रोफेसर से मिलाया। वहां झांसा दिया गया कि डेढ़ लाख रुपये में परीक्षा पास करा देंगे। इसके बाद परिणाम आने पर उन्होंने मार्कशीट भी दी और रुपये ले लिए। जब मार्कशीट सुपरटेट के आवेदन में लगाई तो वह फर्जी पाई गई। इस पर उन्हें ठगी का अहसास हुआ। 

इनका ये है कहना: मंगलपुर थाने के एसएसआइ राजेश कुमार ने बताया कि पीडि़त की तहरीर पर युवती, उसके जीजा व एक अज्ञात पर धोखाधड़ी की धारा में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 


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