CSJMU की फर्जी वेबसाइट बनाकर साइबर अपराधी कर रहे छात्रों को गुमराह
नया सत्र शुरू होने वाला है ऐसे में छात्र छात्राएं प्रवेश के लिए विश्वविद्यालयों से लेकर कालेजों में संभावनाएं तलाश रहे हैं। इन छात्रों को गुमराह करने के लिए विश्वविद्यालय की फर्जी वेबसाइट बनाई गई है। यह पहला ऐसा मामला सामने नहीं आया है
कानुपर, जेएनएन। आनलाइन धोखाधड़ी करने वाले साइबर अपराधियों के निशाने पर अब शिक्षा के मंदिर आ गए हैं। छात्रों को गुमराह करने के लिए वह ऐसे विश्वविद्यालयों व कालेजों की फर्जी वेबसाइट बना रहे हैं, जिनमें प्रवेश लेना हर छात्र का सपना होता है। छत्रपति शाहू जी महाराज विवि (सीएसजेएमयू) की फर्जी वेबसाइट बनाने का ऐसा एक मामला सामने आया है। विवि प्रशासन ने साइबर क्राइम के अंतर्गत मामला दर्ज कराया है।
नया सत्र शुरू होने वाला है, ऐसे में छात्र छात्राएं प्रवेश के लिए विश्वविद्यालयों से लेकर कालेजों में संभावनाएं तलाश रहे हैं। इन छात्रों को गुमराह करने के लिए विश्वविद्यालय की फर्जी वेबसाइट बनाई गई है। यह पहला ऐसा मामला सामने नहीं आया है बल्कि विश्वविद्यालय के नाम पर फर्जी डिग्री तक कई छात्रों को दी जा चुकी हैं। जब ऐसे छात्रों ने विवि से संपर्क किया तो पता चला कि उनका नामांकन यहां कभी हुआ ही नहीं था। फर्जीवाड़ा करके छात्रों को यह साइबर ठग ऐसे कोर्स की मार्कशीट जारी कर रहे हैं जो विवि में हैं ही नहीं। हाल ही में एक विदेशी छात्रा ने फेसबुक के माध्यम से शिकायत की है कि उनकी मार्कशीट सत्यापित नहीं हो पा रही है। इस छात्रा को साइबर ठगों ने बीएससी कासमेटोलाजी की मार्कशीट दी है, जबकि यह कोर्स विश्वविद्यालय में नहीं है।
विवि की सही वेबसाइट पर ही करें आवेदन : विवि की एसोसिएट डीन पीएचडी डा. राशि अग्रवाल का कहना है कि छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की सही वेबसाइट पर ही छात्र छात्राएं आनलाइन करें। ये वेबसाइट (csjmu.ac.in) व (www.kanpuruniversity.org) हैं। इसके अलावा विवि की कोई वेबसाइट नहीं हैं। अगर छात्रों को प्रवेश संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त करनी है तो विवि में सीधे संपर्क कर सकते हैं।