Banking Fraud : लोन देने में बैंकों का रहा उदार रुख, फंड बेस की 30 गुणा थी नॉन फंड बेस लिमिट
कंपनी की फंड बेस 131 करोड़ नॉन फंड बेस था 3930.95 करोड़ रुपये दिखाया गया था।
कानपुर, जेएनएन। फ्रॉस्ट इंटरनेशनल लिमिटेड को लोन स्वीकृत करने में बैंक अधिकारी काफी उदार रहे। बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व में बने 14 बैंकों के कंसोर्टियम ने 131 करोड़ की फंड बेस लिमिट के मुकाबले 30 गुणा अधिक 3,930.95 करोड़ रुपये की नॉन फंड बेस लिमिट की स्वीकृति दी थी। बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक ने फंड बेस लिमिट नहीं जारी की। सीबीआइ को दी गई सूची में दोनों बैंक के नाम के आगे शून्य दर्ज है, लेकिन बैंक ऑफ बड़ौदा ने 554.95 करोड़ तो केनरा बैंक ने 155.00 करोड़ रुपये की नॉन फंड बेस लिमिट स्वीकृत की थी।
क्या है फंड बेस लिमिट
फंड बेस लिमिट वह होती है जिसके लिए बैंक लोन लेने वाले का खाता खोलकर उतना धन डाल देता है। कारोबारी कभी भी उस धन को निकाल कर इस्तेमाल कर सकता है।
क्या है नॉन फंड बेस लिमिट
नॉन फंड बेस लिमिट में कारोबारी सीधे नकदी निकाल कर इस्तेमाल नहीं कर सकता लेकिन बैंक जो लिमिट स्वीकृत करता है उतने की लेटर ऑफ क्रेडिट वह कभी भी भुगतान फंसने पर दूसरी पार्टी के लिए जारी करा सकता है।
एक समान फंड बेस पर नॉन फंड अलग
ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, विजया बैंक, सिंडीकेट बैंक, आंध्रा बैंक व यूनियन बैंक ने एक समान पांच करोड़ रुपये की फंड बेस लिमिट स्वीकृत की लेकिन नॉन फंड बेस लिमिट स्वीकृत करने में सबका निर्णय अलग-अलग था। इसमें ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स ने 230 करोड़, विजया बैंक ने 105 करोड़, सिंडीकेट बैंक ने 125 करोड़, आंध्रा बैंक ने 55 करोड़ व यूनियन बैंक ने 210 करोड़ रुपये की नॉन फंड बेस लिमिट स्वीकृत की थी।
इस तरह जारी की लिमिट (करोड़ में)
बैंक का नाम फंड बेस नॉन फंड बेस
बैंक ऑफ इंडिया 30.75 726.00
पीएनबी 15.25 285.00
इलाहाबाद बैंक 9.00 290.00
इंडियन ओवरसीज 20.00 345.00
बैंक ऑफ बड़ौदा 0.00 554.95
यूको बैंक 12.00 250.00
सेंट्रल बैंक 8.00 375.00
यूनाइटेड बैंक 11.00 225.00
ओबीसी 5.00 230.00
केनरा बैंक 0.00 155.00
विजया बैंक 5.00 105.00
सिंडीकेट बैंक 5.00 125.00
आंध्रा बैंक 5.00 55.00
यूनियन बैंक 5.00 210.00
कुल 131.00 3,930.95