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सहकारी बैंक भर्ती घोटाला : सपा शासन में 11 परीक्षाओं में ओएमआर शीट में की गई थी हेराफेरी

पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी की सराकर में सहकारी बैंक के लिए 571 पदों पर भर्ती के विज्ञापन निकाले गए थे जिसमें 596 पर भर्ती की गई थी। एसआइटी की जांच रिपोर्ट में भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता की बात सामने आई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 09:51 AM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 09:51 AM (IST)
सहकारी बैंक भर्ती घोटाला : सपा शासन में 11 परीक्षाओं में ओएमआर शीट में की गई थी हेराफेरी
सहकारी बैंक में भर्ती में अनियमितता सामने आई है।

कानपुर, जागरण संवाददाता। सपा शासन के दौरान प्रदेश में सहकारी बैंकों की भर्ती में हुई अनियमितता की जांच रिपोर्ट में एक और बात सामने आई है। जिन 11 भर्ती परीक्षा में ओएमआर शीट में गोलों में गड़बड़ी दिखी, उसमें 571 पदों पर भर्तियां करने का विज्ञापन निकाला गया था लेकिन इससे बढ़ते हुए 596 पदों पर भर्तियां कर ली गईं। जहां 23 पदों पर भर्तियां होनी थीं, वहां 33 पद भरे गए। साथ ही जहां 62 भर्तियां होनी थीं, वहां 82 लोगों को भर्ती कर लिया गया। इतना ही नहीं एक अप्रैल 2012 से 31 मार्च 2017 के बीच जो 2,324 भर्तियां की गईं, उनमें 90 फीसद की ओएमआर शीट में बनाए गए गोलों के पैटर्न में अंतर देखने को मिला है।

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प्रदेश में सहकारी बैंक की 11 भर्ती परीक्षाओं की ओएमआर शीट में गड़बड़ी कर अभ्यर्थियों को सफल या असफल किया गया। विशेष जांच शाखा (एसआइटी) ने अपनी जांच के दौरान इन 11 परीक्षाओं के आंकड़े देखे तो उनमें एक बड़ी गड़बड़ी यह भी मिली है कि इन 11 भर्तियों में जो विज्ञापन निकाला गया था, वह 571 पदों के लिए था लेकिन 25 लोगों को ज्यादा भर लिया गया। ये परीक्षाएं लिपिक, कैशियर, टंकक, वरिष्ठ शाखा प्रबंधक, कनिष्ठ शाखा प्रबंधक, कंप्यूटर आपरेटर, प्रोग्रामर, डाटा इंट्री आपरेटर के लिए हुई थीं। इनमें आठ परीक्षाएं 2015 में हुई थीं और तीन परीक्षाएं 2016 में।

इनमें पांच परीक्षाओं में जितने पद निकाले गए थे, उतने ही भरे गए। चार भर्तियों में भर्तियां स्वीकृत पदों से ज्यादा हुईं। वहीं, दो परीक्षाओं में भर्तियां कम हुईं। जिन चार परीक्षाओं में ज्यादा लोगों की भर्ती की गई, उसमें एक में 23 पद भरे जाने थे लेकिन 33 पद भर लिए गए। एक अन्य में 62 भर्ती होनी थीं लेकिन 82 कर ली गईं। 2015 की ही एक भर्ती में 84 की जगह 87 लोग भरे गए। 2016 की एक भर्ती में 155 पद भरे जाने थे जिनमें 162 पद भरे गए। अब अधिकारी इसकी भी जांच कर रहे हैं कि आखिर ज्यादा भर्तियां क्यों की गईं।


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