Early Morning Recovery Drive पर निकले बैंक अधिकारी, सुबह-सुबह बकायेदारों के घर पर बोल रहे धावा
इंडियन बैंक के कानपुर रीजनल में 1633 करोड़ रुपये एनपीए था। 10 लाख से ऊपर वाले लोन में बैंक का 935 लोगों पर 186.08 करोड़ रुपये बकाया है जिसकी वसूली के लिए अर्ली मॉर्निंग रिकवरी ड्राइव शुरू किया गया है।
कानपुर, जेएनएन। इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक का मर्जर होने के बाद नॉन प्रॉफिट एसेट (एनपीए) बढ़ गया है। ऐसे बकायेदारों पर सामाजिक दबाव बनाने के लिए बैंक ने सुबह वसूली अभियान (अर्ली मार्निंग रिकवरी ड्राइव) शुरू किया है। इसके लिए बैंक के अधिकारी सुबह-सुबह बकायदारों के घर-घर जाएंगे। इस दौरान सभी अपने हाथ में देश हित में भुगतान करने की अपील लिखी तख्ती भी लिए रहेंगे। यह जानकारी इंडियन बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय में हुई प्रेसवार्ता में उप महाप्रबंधक विनय भूषण कुमार विनय ने दी।
उन्होंने बताया कि इंडियन बैंक के कानपुर रीजनल में 1633 करोड़ रुपये एनपीए था। उसमें से एक कंपनी का 800 करोड़ रुपये का एनपीए खाता लखनऊ की स्पेशल रिकवरी ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया है, जिससे रीजनल कार्यालय का एनपीए 833 करोड़ रुपये हो गया है। बैंक के 10 लाख से ऊपर के 935 लोगों पर 186.08 करोड़ रुपये बकाया है। अन्य एक करोड़ रुपये से ऊपर के बकायेदार हैं। अभियान एक सप्ताह तक चलेगा। इस दौरान रिकवरी सेल के मुख्य प्रबंधक अशोक कुमार, मो. इस्माइल, मुख्य ब्रांच के संजय कुमार मौजूद रहे।
अतिरिक्त समय देंगे
उप महाप्रबंधक ने बताया कि बैंक का कामकाज सुबह 10 बजे से शुरू होता है। बैंक के अधिकारी एनपीए घटाने के लिए इस अभियान में अपना अतिरिक्त समय देंगे। प्रात: अभियान में सुबह 7.30 बजे से 9.30 बजे तक बकायेदारों के घर-घर जाएंगे।
दो दिन में एक करोड़ रुपये की वसूली
अभियान शुरू होते ही अब तक एक करोड़ रुपये की वसूली हो गई है। सोमवार एवं मंगलवार को बैंक के अधिकारी श्याम नगर क्षेत्र में गए थे। इसका असर रहा कि दो दिन में एक करोड़ रुपये की वसूली हुई है। बकायेदारों ने आकर बैंक में पैसा जमा करा दिए हैं।