BOB का कर्मचारियों के लिए सख्त फरमान, एक मिनट भी खाली नहीं छोड़ेंगे काउंटर
ग्राहकों की शिकायतें आती हैं कि दोपहर में बैंक के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। इसलिए ग्राहकों को कार्यावधि के घंटों का एक-एक मिनट ग्राहकों को देने के फैसले के तहत कर्मचारियों को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।
कानपुर, जेएनएन। बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने कार्य के घंटों का एक-एक मिनट ग्राहक के लिए देने का फैसला लिया है और इसके लिए कर्मचारियों को सख्त फरमान जारी किया है। इसमें साफ कहा है कि सुबह कार्य शुरू होने से शाम को कार्य खत्म होने तक एक पल के लिए भी कोई भी काउंटर खाली नहीं छोड़ा जाना चाहिए।
बीओबी में दूसरे बैंकों से अलग हटकर यह व्यवस्था की है कि किसी भी तरह टेलर काउंटर पर कोई ना कोई कर्मचारी लगातार रहे। बैंक के महाप्रबंधक आॅपरेशन ने सभी शाखाओं को नाराजगी भरा पत्र भी लिखा है कि ग्राहकों की शिकायतें आती हैं कि दोपहर में बैंक के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि कार्य के घंटों के दौरान ना तो बैंक के दरवाजे बंद किए जाएंगे ना ही काउंटर खाली छोड़े जाएंगे।
अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों में दोपहर दो बजे से ढाई बजे तक लंच का टाइम होता है। इसका उल्लेख भी इन शाखाओं के बाहर और अंदर लगे नोटिस बोर्ड पर रहता है लेकिन बैंक आॅफ बड़ौदा के प्रबंधन ने साफ निर्देश दिया है कि बैंक शाखा के अंदर या बाहर किसी भी स्थान पर नोटिस बोर्ड पर लंच टाइम जैसा कोई जिक्र नहीं होना चाहिए। उन्होंने साफ कहा है कि लंच बैंक का आंतरिक मामला है। इसका ग्राहक सेवा से कोई मतलब नहीं है। लंच को लेकर स्टाफ को खुद ही इस तरह एडजस्ट करना चाहिए कि कोई काउंटर किसी भी समय खाली न रहे।
कानपुर में बैंकों का समय सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक का होता है। इसमें सभी को 15 मिनट पहले बैंक पहुंचने के लिए कहा गया है, वहीं शाम को चार बजे गेट बंद करते समय भी जितने भी ग्राहक बैंक में होंगे, सबका कार्य करना होगा। बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों ने साफ कहा है कि बैंक शाखा में तैनात अधिकारी इस पर नजर रखें और कड़ी कार्रवाई करें।
- रिजर्व बैंक ने ग्राहकों को ज्यादा समय बैंकिंग सुविधाएं देने के नजरिए से निर्देश जारी किए थे। बैंक इन नियमों को फालो भी करता है। अब कड़ाई से इनका पालन कराया जाएगा। -एके वर्मा, अग्रणी जिला प्रबंधक