ढाई लाख का कर्ज और हार्टअटैक बना हमीरपुर के किसान की मौत की वजह, खेत में तोड़ दिया दम
बिरखेरा गांव निवासी 70 वर्षीय चुनूबाद उर्फ मंगी प्रजापति खेतों में बनी झोपड़ी में रहकर पशुओं की रखवाली करता था। किसान के पास 16 बीघे कृषि योग्य भूमि है। जिसमें गेहूं एवं मटर की फसल बोई थी। जंगली पशुओं से फसल बचाने को खेतों में ही रुककर रखवाली करता था।
हमीरपुर, जेएनएन। रविवार को तड़के खेतों की रखवाली कर रहे वृद्ध किसान की हार्ट अटैक से खेत में ही मौत हो गई। मृतक के पास 16 बीघे कृषि योग्य जमीन है। इसने इंडियन बैंक से 3 वर्ष पूर्व ढाई लाख का किसान क्रेडिट कार्ड से कर्ज लिया था। जिसकी अदायगी नहीं हो सकी है। मृतक किसान का एकलौता पुत्र परदेश में रहकर मजदूरी करता है। घटना के बाद उसे गांव बुलाया गया है। अचानक हुई इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। पुत्र के आने के बाद दोपहर बाद मृतक का अंतिम संस्कार गांव में ही किया गया।
बिरखेरा गांव निवासी 70 वर्षीय चुनूबाद उर्फ मंगी प्रजापति खेतों में बनी झोपड़ी में रहकर पशुओं की रखवाली करता था। किसान के पास 16 बीघे कृषि योग्य भूमि है। जिसमें गेहूं एवं मटर की फसल बोई थी। अन्ना गोवंश के साथ जंगली पशुओं से फसल बचाने को खेतों में ही रुककर रखवाली करता था। बताते हैं कि तड़के 5 बजे यह जागा और खेतों का चक्कर लगाने के बाद 6 बजे के आसपास झोपड़ी के पास आकर खड़ा हो गया था। यहीं पर वह अचानक गश खाकर गिर गया और उसकी मौत हो गई। घटना की खबर गांव पहुंचते ही घटनास्थल पर ग्रामीणों का मजमा लग गया। मृतक किसान का एकलौता पुत्र रमेश प्रजापति गांव से बाहर रहकर परदेश में मजदूरी करता है। घटना की सूचना पाकर वह दोपहर में गांव पहुंचे मृतक के पुत्र ने बताया कि पिता ने कस्बे के इंडियन बैंक से 2018 में ढाई लाख रुपए का कर्ज लिया था। जिसकी अदायगी नहीं हुई है। इसी से वह परेशान रहते थे। लगातार फसलों के खराब होने से कर्ज अदायगी नहीं हो सकी है। दोपहर बाद मृतक किसान का गांव में ही अंतिम संस्कार किया गया। अचानक हुई इस घटना से मृतक की पत्नी भिखनी व पुत्र रमेश आदि परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया है।