आटो चलाकर परिवार का पेट पाल रहे कानपुर देहात के युवक को काल के गाल में ले गई मुफलिसी
कोतवाली क्षेत्र के रंजीतपुर निवासी दीवान सिंह का 30 वर्षीय कानपुर नगर में आटो चलाता था। लाकडाउन के दौरान आटो न चल पाने से वह गांव आ गया था। शराब व जुएं का लती होने के कारण वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था।
कानपुर देहात, जेएनएन। लाकडाउन के बाद गांव लौटे रंजीतपुर निवासी एक युवक ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर बुधवार रात फंदा लगाकर जान दे दी। जानकारी होते ही स्वजन उसे उपचार के लिए कानपुर लेकर जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
कोतवाली क्षेत्र के रंजीतपुर निवासी दीवान सिंह का 30 वर्षीय कानपुर नगर में आटो चलाता था। लाकडाउन के दौरान आटो न चल पाने से वह गांव आ गया था। शराब व जुएं का लती होने के कारण वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। बुधवार रात कमरे में रस्सी का फंदा बनाकर उसने खुदकुशी कर ली। पति को फांसी पर लटकते देख पत्नी बीना के पैराें तले जमीन ही खिसक गई। शोर सुनकर पिता दीवान सिंह व भाई शिवम सिंह ने उसे आनन-फानन फंदे से नीचे उतारा और उपचार के लिए कानपुर ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पिता की सूचना पर पहुंचे भाऊपुर चौकी प्रभारी भागमल ने स्थानीय लोगों के साथ ही स्वजन से मामले की जानकारी ली। एसएसआइ लक्ष्मण सिंह ने बताया कि पिता की तहरीर पर फौती दर्ज की गई है। दिवंगत का पांच वर्षीय पुत्र शिव व दो वर्षीय पुत्री शिवी के सिर से पिता का साया उठ गया, जिसे देख स्वजन व आस पड़ोस के लोग बिलखते रहे।