Trump Visit India :अमेरिकी राष्ट्रपति के सामने भारतीय संस्कृति की छटा बिखेरेगा पाई डंडा और दिवारी नृत्य
महोबा के कलाकार आगरा में बुंदेली लोकनृत्य की प्रस्तुति देंगे संस्कृति निदेशालय के आमंत्रण पर 17 सदस्यीय कलाकारों का दल रवाना हो गया है।
महोबा, जागरण स्पेशल। यहां लाठियों की तड़तड़ाहट तो सुनाई देती है, लेकिन किसी को तनिक भी खरोंच नहीं आती बल्कि रिश्तों में मिठास घुल जाती है। बुंदेली दिवारी व पाई डंडा नृत्य अलग ही पहचान बनाए हुए है। खासतौर पर दीपावली के समय गांव व कस्बों में पारंगत लोग नृत्य कला का प्रदर्शन करते हैं। इस बुंदेली लोकनृत्य की अनूठी विधा का अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी दीदार करेंगे। आगरा में उनके समक्ष 17 कलाकारों का दल लोकनृत्य की प्रस्तुति देगा।
आगरा में कलाकार करेंगे लोकनृत्य का प्रदर्शन
24 फरवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति भारत आ रहे हैं। आगरा में उनके स्वागत के लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। उनके समक्ष विभिन्न कलाओं में पारंगत कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। जिले से लखनलाल यादव दिवारी एवं पाईं डंडा लोकनृत्य पार्टी को भी अपना हुनर और प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है। संस्कृति निदेशालय लखनऊ ने आगरा में अपनी प्रस्तुति देने के लिए उन्हें आमंत्रित किया है। लखनलाल यादव इसे अपना सौभाग्य मानते हैं। कहते हैं कि समय-समय पर ऐसे आयोजन होते रहना चाहिए ताकि बुंदेली लोकविधाओं की धूम सात समंदर पार भी पहुंच सके। शनिवार रात कलाकारों का दल निजी वाहनों से आगरा के लिए रवाना हो गया।
क्या होता है डंडा व दिवारी नृत्य
समाजसेवी डॉ. एलसी अनुरागी बताते हैं कि पाई डंडा व दिवारी नृत्य में कलाकार एक-दूसरे पर लाठियों से प्रहार करते हैं लेकिन किसी को खरोंच तक नहीं आती है। यह कला देख लोग आश्चर्यचकित हो जाते हैं। दीपावली के कुछ महीने पूर्व युवाओं द्वारा इसकी तैयारियां शुरू की जाती है। दिवारी नृत्य का उद्देश्य यह है कि युवा लाठी चलाना सीखें ताकि जरूरत पर अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकें।
दल में शामिल कलाकार
टीम लीडर लखनलाल यादव, जितेंद्र यादव, विपिन यादव, सुरेंद्र कुमार, शंकर लाल यादव, तुलसीदास, हरिश्चंद्र, राजेंद्र, अमन सिंह, करण सिंह, जय भारत, जय हिंद, मानसिंह, भगत सिंह, भीम, प्रेमचंद्र व राहुल।