शहर में दस दिन में ही बढ़ जाएगी 300 टन सेब की आवक, जानें क्या है वजह
शहर में अकेले 10 दिनों में सेब की आवक में जबरदस्त तेजी आने वाली है। दीपावली को देखते हुए सेब की जबरदस्त मांग है। इसके लिए ऑर्डर भी दिए जा चुके हैं। अभी कानपुर में कश्मीर से रोज करीब 600 टन सेब आता है।
कानपुर, जेएनएन। शहर में 10 दिनों में सेब की आवक में जबरदस्त तेजी आने वाली है। दीपावली को देखते हुए सेब की जबरदस्त मांग है। इसके लिए ऑर्डर भी दिए जा चुके हैं। अभी कानपुर में कश्मीर से रोज करीब 600 टन सेब आता है। कारोबारियों को उम्मीद है कि 10 नवंबर तक यह आवक 900 टन रोज की हो जाएगी।
त्योहार के मौके पर मिठाई के साथ ही फलों को भी उपहार के रूप में दिया जाता है। इसकी वजह से फलों की खपत भी खूब होती है। फलों में भी सेब को गिफ्ट में दिया जाता है। इसके अलावा अलग-अलग फलों के गिफ्ट पैक बनाए जाते हैं। इन सबके अलावा लोग भी फलों के मौके पर अपने परिवार के लिए फलों की खरीद तेज कर देते हैं। सितंबर के अंत में कश्मीर के सेब की आवक शुरू हुई हल्की सी ठंड बढ़ते ही इसकी आवक भी बढ़ी है। इस समय करीब 40 ट्रक सेब रोज कानपुर की मंडी में कश्मीर से आ रहा है। एक ट्रक में 14 से 15 टन के बीच सेब रहता है। फुटकर दुकानदारों की तरफ से सेब की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। इसके अलावा बहुत से दुकानदारों ने धनतेरस के कुछ पहले से बुकिंग भी कराई हुई है। इसकी वजह से थोक कारोबारियों ने कश्मीर से भी आवक बढ़ानी शुरू की है।
कारोबारियों के मुताबिक कश्मीर के सेब में इस समय बाहर की तरफ हल्का सा दाग आ रहा है लेकिन सेब अंदर से पूरी तरह सही है। कश्मीर में बहुत अधिक सेब है। पूरी घाटी में सेब की भरमार है। कश्मीर में तमाम प्रतिबंध खत्म होने के बाद अब वहां भी सेब को स्टोर किया जाने लगा है। अभी जनवरी तक यही सेब आएगा, उसके बाद स्टोर का सेब आना शुरू होगा। वहां का मौसम भी ठंडा होने की वजह से स्टोर करने में काफी आसानी होती है। फ्रूट एंड वेजीटेबल एसोसिएशन के महामंत्री नीतू सिंह के मुताबिक अभी थोक बाजार में एक नंबर सेब की पेटी 1,000 रुपये से 1,100 रुपये के बीच है। एक पेटी में 14 से 15.5 किलो सेब होता है। वहीं दो नंबर सेब 400 से 600 रुपये किलो के बीच आ रहा है। दीपावली के बाद स्थानीय स्तर पर भी सेब का स्टोर बढ़ जाएगा क्योंकि तब ठंड बढ़ चुकी होगी। अभी कानपुर में सात से आठ लाख पेटी कोल्ड स्टोर में है।