फतेहपुर: कच्ची कोठरी के मलबे में दबकर घायल हुए युवक ने तोड़ा दम, आक्रोशित ग्रामीणों ने किया हंगामा
कच्ची कोठरी के मलबे में दबकर युवक हुआ था गंभीर रूप से घायल रेफर किए जाने पर कानपुर ले जाते समय तोड़ा दम ग्रामीणों का आरोप था हादसे के चार दिन बीत जाने के बाद भी कोई जिम्मेदार जांच के लिए नहीं आया
फतेहपुर, जेएनएन। खागा कोतवाली क्षेत्र के संवत गांव में बीते मंगलवार की रात कच्ची कोठरी गिरने से 35 वर्षीय मौला सपरिवार मलबे में दब गए थे। हालांकि हादसे के बाद किसी तरह से आसपास के लोगों ने मलबे से बाहर निकाला था। जिसके बाद से उनकी हालत गंभीरबनी हुई थी। फतेहपुर के एक अस्पताल में इन्हें भर्ती किया गया। जहां इनकी हात बिगड़ते देख चिकित्सकों ने इन्हें कानपुर रेफर कर दिया था। गंभीर रूप से जख्मी मौला को ग्रामीण कानपुर ले ही जा रहे थे कि रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया।
शव को सड़क पर रखकर लगाया जाम
मौला की मौत होने के बाद ग्रामीण उनका शव लेकर शुक्रवार को संवत-हथगाम मार्ग पर पहुंचे। जहां उन्होंने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। ग्रामीणों का आरोप था, हादसे के चार दिन बीत जाने के बाद भी कोई जिम्मेदार मौके पर जांच के लिए नहीं आया है। ग्रामीणों ने इस बीच मांग उठाई कि दिवंगत के आश्रितों को पक्का आवास तथा आर्थिक मदद दी जाए। बेहद कमजोर स्थित में गुजर-बसर कर रहे दिवंगत के परिवार को पात्रता होने के बाद भी आवास सुविधा का लाभ नहीं मिला, इसकी जांच कराने की मांग ग्रामीण कर रहे थे। सुबह सात बजे से ग्रामीणों ने मार्ग पर जाम लगा दिया। कई महिलाएं, पुरूष व बच्चे सड़क पर बिस्तर डालकर बैठ गए। इधर से गुजरने वाले वाहन काफी देर तक खड़े रहने के बाद दूसरे रास्तों से निकल गए। महिचा चौकी इंचार्ज को जाम लगाए जाने की सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंचे। दिवंगत के पिता व ग्रामीणों से बातचीत करके चैकी इंचार्ज ने सुबह नौ बजे जाम खुलवाया। चौकी इंचार्ज ने भरोसा दिलाया कि दिवंगत के आश्रितों को हर संभव प्रशासनिक मदद दिलाई जाएगी। राजस्व निरीक्षक व क्षेत्रीय लेखपाल ने मौके पर जाकर हादसे की जांच करते हुए आला-अधिकारियों के लिए रिपोर्ट तैयार की।