दि शुगर टेक्नोलाजिस्ट एसोसिएशन आफ इंडिया का 79 वां वार्षिक अधिवेशन आयोजित, राज्यपाल ने आनलाइन किया शुभारंभ
प्रदेश का 30 लाख किसान गन्ने की खेती कर रहा है। कृषि विज्ञानियों की वजह से तकनीक में तेजी आई है। अभी और कार्य करने की जरूरत है। कोरोना का काल में तकनीक की ताकत दुनिया देख चुकी है। खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण सचिव सुधांशु पांडेय भी आनलाइन जुड़े।
कानपुर, जेएनएन। प्रदेश में गन्ने की अच्छी पैदावार के लिए अच्छे बीज और नई तकनीक वजह है। पिछले कई वर्षों में चीनी का उत्पादन बढ़ा है। अब पेट्रोल में ब्लेंडिंग के फीसद को बढ़ाने के लिए इथेनाल का उत्पादन अधिक करना होगा। यह बात राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कही। वह सोमवार को राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (एनएसआइ) में दि शुगर टेक्नोलाजिस्ट एसोसिएशन आफ इंडिया का 79 वां वार्षिक अधिवेशन का आनलाइन शुभारंभ कर संबोधित कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश का 30 लाख किसान गन्ने की खेती कर रहा है। कृषि विज्ञानियों की वजह से तकनीक में तेजी आई है। अभी और कार्य करने की जरूरत है। कोरोना का काल में तकनीक की ताकत दुनिया देख चुकी है। खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण सचिव सुधांशु पांडेय भी आनलाइन जुड़े। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मूल्य संवर्धित उत्पाद का निर्माण कर आय बढ़ानी होगी। एथेनाल की पेट्रोल में 20 फीसद ब्लेंडिंग के लक्ष्य को 2025 तक प्राप्त करने के प्रयास चल रहे हैं। अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी ने गन्ने की प्रजातियों में सुधार के साथ ही जैव ईंधन के उत्पादन पर जोर दिया। अधिवेशन की थीम बायो फ्यूल और बायो एनर्जी थी। विभिन्न सत्रों में शोध पत्र, पेटेंट आदि प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम आनलाइन और आफलाइन मोड पर आयोजित हुआ, जिसमें करीब पांच हजार लोग शामिल हुए। निदेशक प्रो. नरेंद्र मोहन ने ने इथेनाल का उत्पादन बढ़ाने की रूपरेखा प्रस्तुत की। संस्थान के स्थापना दिवस भी मनाया गया। वार्षिक रिपोर्ट, भविष्य की योजनाएं बताई गईं। संस्थान पर बनी डाक्युमेंट्री फिल्म प्रस्तुत हुई। एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अवस्थी, अमित खट्टर, संजय देसाई समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
चीनी और डिस्टिलरी उद्योग की तकनीक बताई एक्सपो में दो दर्जन से अधिक कंपनियों के स्टाल लगे। इसमें चीनी और डिस्टिलरी उद्योग से संबंधित तकनीक प्रदर्शित की गईं। जीरो डिस्चार्ज, ग्रीन फ्यूल, ट्रीटमेंट प्लांट, रिफाइंड चीनी, भूरी चीनी आदि शामिल हैं।
लाइफ टाइम अचीवमेंट का खिताब: मानसिंह भाई कल्याणजी पटेल, आरएस राघवन, निधीश प्रकाश, जयकुमार ताता साहेब जाटव, जेपी श्रीवास्तव इंडस्ट्री एक्सीजेंस का अवार्ड - संजय भूसरेड्डी, संजय रस्तोगी, सचिन निकम, जिंदल स्टेनलेस स्टील, श्रीजी प्रासेस लिमिटेड, मुनीष मदान, मुथुवेलप्पन, प्रो. डी स्वेन, डा. एसएस निंबल्कर, एनडी थाकरे।
गुजरात में किसानों को कोआर्पोरेशन पर विश्वास गुजरात में डिप्टी स्पीकर रह चुके मानसिंह भाई कल्याणजी पटेल ने बताया कि गुजरात में चीनी मिलें कोआपोरेशन के सहयोग से संचालित हो रही है। किसानों को उस पर विश्वास है। हर साल उन्हें फिक्सड रेट प्राइस से ज्यादा मिलता है। जयकुमार ताता साहेब जाटव ने बताया कि उन्होंने 1974 में एनएसआइ से मास्टर्स डिग्री हासिल की। महाराष्ट्र में कंसल्टिंग का कार्य शुरू किया। 28 वर्ष में चीफ इंजीनियर का कार्य किया। अब तक 150 से अधिक मिलों को परामर्श दे चुके हैं। ट्रक में फ्लोर मिल की तकनीक, माडर्न किचन निमी स्टील कंपनी का ट्रक भी आया था, जिसमें स्टेनलेस स्टील की फ्लोर मिल के उपकरण, माडर्न किचन, लिफ्ट, बिल्डिंग, रैक, चकर्ड शीट आदि प्रदर्शित था। यह हिसार से प्रदर्शनी में शामिल हुआ। तकनीशियन अभिषेक और राहुल कुमार ने जानकारी दी।