रणजी मुकाबला : दोहरे शतक से चूके अक्शदीप, बड़ी जीत से दो विकेट दूर यूपी
उत्तर प्रदेश की टीम ने 412 रन की बढ़त के साथ 564 रन पर पारी घोषित कर दी। जवाब में खेलने उतरी गोवा के आठ विकेट महज 123 रन के स्कोर पर आउट हो गए।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। रणजी मुकाबले के तीसरे दिन यूपी के खिलाडिय़ों ने बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोवा को पारी की हार के मुहाने पर धकेल दिया। इससे पहले यूपी के कप्तान अक्शदीप दोहरे शतक से चूक गए लेकिन प्रियम गर्ग ने शानदार शतक जड़कर इसकी भरपाई की। दिन का खेल खत्म होने तक गोवा की टीम 123 रन पर आठ विकेट गवां चुकी है। इससे यूपी की जीत लगभग तय मानी जा रही है। टीम के पास अभी भी 289 रन की बढ़त है और गोवा के सिर्फ दो विकेट शेष हैं।
ग्रीनपार्क में चल रहे रणजी ट्रॉफी के मुकाबले के तीसरे दिन यूपी के कप्तान अक्शदीप सिंह ने प्रियम गर्ग के साथ खेल को आगे बढ़ाया। 194 रन के निजी स्कोर पर वे दर्शन मिसाल की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद क्रीज पर आए रिंकू सिंह ने पारी को संभाला। प्रियम गर्ग के शतक पूरा करने के कुछ देर बाद ही यूपी ने 412 रन की विशाल बढ़त के साथ 564 रन पर पारी घोषित कर दी। प्रियम गर्ग 117 और रिंकू 15 रन बनाकर नाबाद रहे
जवाब में खेलने उतरी गोवा का कोई भी बल्लेबाज ज्यादा देर तक टिक नहीं सका और नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे। पांच बल्लेबाज दहाई का अंक भी नहीं छू सके। शुरुआती झटके अंकित राजपूत ने दिए। उन्होंने उम्दा गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए 17 ओवर में महज 23 रन देकर गोवा के तीन महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए। इसके बाद आए सौरभ कुमार ने घातक गेंदबाजी का सिलसिला जारी रखा और 24 ओवर में महज 31 रन देकर चार विकेट झटके। गोवा के कप्तान शगुन कामत का महत्वपूर्ण विकेट शिवम मावी के खाते में गया। अब यूपी की टीम जीत से महज दो विकेट दूर है। रविवार को भी गेंदबाजों का प्रदर्शन अच्छा रहा तो सुबह के सत्र में ही यूपी पारी के साथ बड़ी जीत दर्ज कर सकती है।
बड़ी बढ़त का फायदा गेंदबाजों को मिला
यूपी टीम के गेंदबाज अंकित राजपूत ने कहा कि गोवा पर बड़ी बढ़त के बाद कप्तान व कोच की रणनीति से हमने लेंथ पर गेंदबाजी की। गोवा पर बड़ी बढ़त का फायदा गेंदबाजों को मिला। वहीं गेंदबाज शुभम मावी का कहना है कि पहली पारी में अच्छी गेंदबाजी के बाद कप्तान अक्शद्वीप व प्रियम गर्ग के शतकों ने टीम का मनोबल बढ़ाया। गेंदबाजों की सफलता का श्रेय कोच व कप्तान को जाता है।