आइआइटी पहुंचे वायुसेना अधिकारी, साइबर सिक्योरिटी केंद्र में जाकर क्या देखा Kanpur News
आइआइटी में सेना के लिए तकनीक विकसित हो रही है साइबर अटैक से सुरक्षा के लिए संचालित शोधों की जानकारी ली।
कानपुर, जेएनएन। भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने रविवार को आइआइटी के साइबर सिक्योरिटी सेंटर पहुंचकर जानकारी ली। उन्होंने वहां पर साइबर अटैक से लडऩे के लिए विकसित की जाने वाली तकनीक व सॉफ्टवेयर के बारे में वैज्ञानिकों व वरिष्ठ प्रोफेसरों से जानकारी प्राप्त की। आइआइटी में साइबर अटैक व साइबर हैकिंग पर शिकंजा कसने के लिए शोध कार्य चल रहे हैं। इन्हीं शोध कार्यों के लिए आइआइटी में साइबर सिक्योरिटी सेंटर (सी-3) बनाया गया है।
आइआइटी के प्रोफेसरों व वैज्ञानिकों ने बताया कि यहां पर उन्होंने कई ऐसे सॉफ्टवेयर बनाए हैं जो साइबर अटैक से सुरक्षित रखने के लिए कारगर हैं। भविष्य में सबसे बड़ा खतरा साइबर अटैक से हो सकता है इसलिए इससे बचने के लिए नई तकनीक की जरूरत है। यहां पर बनी अत्याधुनिक कंप्यूटर लैब सी-3 में इससे बचाव के लिए कई परीक्षण किए जा चुके हैं। आइआइटी के कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रो. संदीप शुक्ला ने बताया कि उन देखरेख में वैज्ञानिकों की एक टीम शोध कर रही है।
साइबर अटैक के खतरे का तोड़ तलाशने के लिए हाल ही में आइआइटी ने तेल अवीव यूनिवर्सिटी इजराइल के साथ करार किया है। आइआइटी के वैज्ञानिक व प्रोफेसर अब इजराइल के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। आइआइटी का यह साइबर सिक्योरिटी केंद्र साइबर हैकिंग व ई-बैंकिंग सिक्योरिटी समेत ऑनलाइन सिक्योरिटी से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर पहले से काम कर रहा है।