पर्यावरण संरक्षण के लिए बनेगा एक्शन प्लान, कानपुर में कृषि विशेषज्ञ करेंगे मंथन
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है । इसमें पर्यावरणीय स्थिरता और संरक्षण में शैक्षणिक संस्थानों के महत्व विषय पर विशेषज्ञ अपने विचार रखकर मंथन करने जा रहे हैं ।
कानपुर, जेएनएन। सतत विकास, तेजी से पैर परासता शहर, सड़कों पर बढ़ता वाहनों का बोझ पर्यावरण संरक्षण और उसकी स्थिरता पर हमला कर रहा है। इसी का नतीजा है कि जंगल, हरियाली और पेड़ पौधों की संख्या दिन ब दिन कम होती जा रही है। जंगली जानवर गिनती के रह गए हैं। पेड़ पौधे और पक्षियों की कई प्रजातियों पर संकट के बादल छाए हैं। इन समस्याओं का हल निकालकर उसका ठोस एक्शन प्लान तैयार करने की योजना है, जिसके लिए चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्याेगिकी विश्वविद्यालय ने पहल की है।
विश्वविद्यलय संघ की पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के सहयोग से सोमवार और मंगलवार को राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। इसका विषय पर्यावरणीय स्थिरता और संरक्षण में शैक्षणिक संस्थानों के महत्व है। वेबिनार का शुभारंभ पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के राष्ट्रीय संयोजक गोपाल आर्य बतौर मुख्य अतिथि करेंगे। इस अवसर पर कई संस्थान ओर कृषि विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञ भी जुडे़ंगे।
सीएसए कृषि विवि के कुलपति डॉ. दुनिया राम सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से निदेशक शोध डॉ. एचजी प्रकाश, आर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. वाईके सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। डॉ. सिंह के मुताबिक पैड़-पौधों, जानवरों, जीव जंतुओं और मनुष्यों का परस्पर संपर्क रहे, उसकी प्लानिंग की जा रही है। शहरों और औद्योगिक इकाईयों, बहुमंजिला इमारतें आदि में शामिल हैं। शिकार को पूरी तरह से रोकना होगा। वेबिनार में शोध कार्य भी प्रस्तुत किए जाएंगे। फैकल्टी और छात्र-छात्राएं भी जुड़ेंगे।