लॉयर्स एसोसिएशन में ठहरेंगे बाहरी अधिवक्ता, कानपुर में पहली बार किसी संस्था ने उठाया कदम
कानपुर कचहरी में कई बार दिल्ली और लखनऊ से अधिवक्ता आकर अपना पक्ष रखते हैं। ऐसे में यहां रुकने की कोई व्यवस्था न होने के चले अधिवक्ताओं को होटल में अथवा किसी परिचित के यहां ठहरना होता है। इसे लेकर कई बार अधिवक्ताओं ने ही सवाल उठाए थे।
कानपुर, जेएनएन। लॉयर्स एसोसिएशन में अब बाहरी अधिवक्ता भी आकर रुक सकेंगे। इसके लिए संस्था ने पहल की है। संस्था ने बाहर से आने वाले अधिवक्ताओं के लिए कक्ष बनाने का निर्णय लिया है। इसकी शुरूआत दो दिन बाद होगी।
सर्वसम्मति से पास हुआ प्रस्ताव
कानपुर कचहरी में कई बार दिल्ली और लखनऊ से अधिवक्ता आकर अपना पक्ष रखते हैं। ऐसे में यहां रुकने की कोई व्यवस्था न होने के चले अधिवक्ताओं को होटल में अथवा किसी परिचित के यहां ठहरना होता है। इसे लेकर कई बार अधिवक्ताओं ने ही सवाल उठाए थे। बार एसोसिएशन ने भी इसके लिए पहल की थी लेकिन वहां प्रस्ताव तो बना लेकिन सहमति नहीं बन सकी। अब लाॅयर्स एसोसिएशन ने इसकी पहल की है। संस्था के परिसर में स्थित सेंट्रल बैंक के उपर 1800 स्क्वायर मीटर के क्षेत्र पर चार कक्ष निर्मित कराने की योजना कार्यकारिणी में रखी जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।
इनका ये है कहना
संस्था के महामंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इसकी जिम्मेदारी अधिवक्ता शशांक सिंह चंदेल ने ली है। इसके लिए उन्होंने पहले शशांक से बात की। उनके राजी होने पर अधिकृत रूप से उन्हें पत्र भेजा गया। महामंत्री ने बताया कि इस पर पूरी योजना तैयार कर ली गई है। 15 से 20 लाख रुपये का खर्च आएगा। 16 फरवरी को जनपद न्यायाधीश के हाथ से भूमि पूजन कर इसका श्रीगणेश किया जाएगा। चार माह में यह काम पूरा हो जाएगा। एक बार में चार से छह अधिवक्ताओं के रुकने की व्यवस्था यहां होगी।