Pintu Sengar Murder : पप्पू स्मार्ट और सऊद अख्तर के नेपाल भाग जाने की आशंका
आठ महीने से गायब है पप्पू अदालत में पेशी पर भी नहीं आ रहा था।
कानपुर, जेएनएन। बसपा नेता नरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सेंगर हत्याकांड में नामजद पप्पू स्मार्ट और सऊद अख्तर के नेपाल भाग जाने की आशंका है। माना जा रहा है कि दोनों ने वहीं रहकर साजिश को अंजाम दिया। ऐसे में सवाल यह भी है कि स्थानीय स्तर पर बाहरी शूटरों का साथ आखिर किसने दिया।
नेपाल में ही बैठकर तो नहीं लिखी हत्या की पटकथा
सूत्रों के मुताबिक पप्पू आठ महीने से शहर से गायब है। आखिरी बार वह तब दिखाई दिया था, जब जाजमऊ स्थित उसका घर सील किया गया था। इसके कुछ दिन बाद ही हरजेंदर नगर स्थित उसकी दुकान भी कुर्क कर ली गई थी। घर और दुकान दोनों से हाथ धोने के बाद पप्पू स्वजनों के साथ कहीं चला गया था। यहां तक कि वह अपने खिलाफ अदालत में चल रहे मुकदमों की पैरवी में भी नहीं आता था। कई महीनों से अदालत में उसके मुकदमों में हाजिरी माफी की दरख्वास्त लग रही है। स्थानीय स्तर पर उसका एक रिश्तेदार इन केसों की पैरवी कर रहा है। पिंटू के भाई ने भले ही पप्पू और सऊद को नामजद किया हो, लेकिन चेहरे ढके हत्यारों को पहचान पाना आसान नहीं है। बताया जा रहा है कि दोनों ने नेपाल में बैठकर ही हत्या की पटकथा लिखी, ताकि गिरफ्तारी से बचने के साथ ही पुलिस साक्ष्य भी न जुटा पाए।
मनोज कर रहा था डबल गेम
पुलिस की जांच में एक नया तथ्य सामने आया है। मनोज गुप्ता पिंटू ही नहीं बल्कि पप्पू के साथ भी जमीन के कारोबार में लगा हुआ था। पहले तीनों मिलकर काम करते थे। पप्पू और पिंटू के अलग होने के बाद भी मनोज ने दोनों से दोस्ती कायम रखी। पुलिस अब इसकी जांच में जुट गई है कि कहीं विवाद शुरू होने पर मनोज पाला बदलकर पप्पू से न जा मिला हो और उसके बाद हत्या की पटकथा लिखी गई हो।
पुलिस कर्मी के बेटे से भी पूछताछ
पुलिस एक सिपाही के बेटे को भी संदेह की निगाह से देख रही है। उसकी मनोज गुप्ता और एक नामजद वकील से पहचान थी। उसने ही मनोज की पहचान वकील से कराई थी। यह भी जानकारी मिली है कि सिपाही का बेटा एक जनप्रतिनिधि के पारिवारिक सदस्य के साथ भी जमीन के कारोबार में सहयोगी है। पुलिस ने पूछताछ की है।
पेट्रोल पंपों और बैंकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
हत्यारों की पहचान के लिए पुलिस कानपुर से शुक्लागंज होते हुए उन्नाव और हाईवे स्थित पेट्रोल पंपों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। इसके अलावा बैंकों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी देखी जा रही है। मंगलवार को पुलिस ने करीब दो दर्जन सीसीटीवी कैमरों का रिकार्ड चेक किया।