फतेहपुर में दर्दनाक हादसा, नागपंचमी पर गंगा स्नान को गए मामा-भांजे गंगा में डूबे, अब तक नहीं मिला सुराग
हुसेनगंज थाने के भिटौरा कस्बा निवासिनी राधा देवी पत्नी गंगाप्रसाद पांडेय त्योहार के मद्देनजर शुक्रवार शाम करीब 4 बजे अपने 15 वर्षीय बेटे शिवम व मौसी के 25 वर्षीय बेटे शिवशंकर द्विवेदी निवासी गलेहरा धाता के साथ भिटौरा पक्के घाट में गंगा स्नान करने गईं थीं।
फतेहपुर, जेएनएन। नागपंचमी पर मां और रिश्ते के मामा के साथ शुक्रवार की शाम भिटौरा पक्के घाट में गंगा में स्नान करने गया किशोर नहाते वक्त गहरे बहाव में डूब गया। भयावह नजारा देखकर रिश्ते के मामा बचाने के लिए कूदे और खुद भी डूब गए। खबर पाकर पहुंची पुलिस गोताखोरों की टीम बुलवाकर मामा-भांजे की तलाश करवा रही है लेकिन देर शाम तक दोनों नहीं मिले।
इस प्रकार हुआ हादसा: हुसेनगंज थाने के भिटौरा कस्बा निवासिनी राधा देवी पत्नी गंगाप्रसाद पांडेय त्योहार के मद्देनजर शुक्रवार शाम करीब 4 बजे अपने 15 वर्षीय बेटे शिवम व मौसी के 25 वर्षीय बेटे शिवशंकर द्विवेदी निवासी गलेहरा धाता के साथ भिटौरा पक्के घाट में गंगा स्नान करने गईं थीं। बताते हैं कि शिवम ने जैसे ही गंगा नदी में छलांग लगाई तो वह गहरे बहाव में डूबने लगा। तभी बचाने के लिए रिश्ते के मामा शिवशंकर द्विवेदी भी नदी में कूद गए। कुछ देर तक राधा देवी दोनों के बाहर आने का इंतजार करती रहीं, जब बेटा व मौसेरा भाई बाहर नहीं आया तो चीख पुकार शुरू कर दी। ग्रामीणों की सूचना पर एसओ रणजीत बहादुर सिंह मौके पर पहुंचे और गोताखोरों की टीम बुलवाकर डूबे दोनों मामा-भांजे की तलाश शुरू करा दी। देर शाम सात बजे तक दोनों नहीं मिल सके। अंधेरा होने पर गोताखोर भी गंगा नदी से बाहर आ गए। बेसुध मां राधा देवी रिश्तेदारों के साथ गुमसुम हालत में गंगा नदी की तरफ निहारती रही। एसओ रणजीत बहादुर सिंह ने बताया कि गंगा नदी में जाल भी डलवाया गया है।
किशोर के पिता गाजियाबाद में फैक्ट्री कर्मी: गंगा नदी में डूबे किशोर शिवम पांडेय के पिता गंगा प्रसाद गाजियाबाद स्थित एक फैक्ट्री में काम करते हैं। अभी कुछ दिन पूर्व ही गंगा प्रसाद पांडेय की पत्नी राधा देवी अपने बेटे शिवम को लेकर अपने मायके महारथी मुहल्ला कोतवाली में भाई राज अवस्थी के यहां आईं थी। गुडिय़ा त्योहार होने पर वह बेटे व मौसेरे भाई के ससुराल भिटौरा गईं थी।
चचेरे भाई डीएम सोनभद्र के हैं स्टेनो: भिटौरा के ग्रामीणों ने बताया कि गंगा नदी में डूबे शिवम के चचेरे भाई यमुनाशंकर पांडेय सोनभद्र के डीएम के स्टेनो हैं। वहीं शिवम की मां कुछ भी बताने में स्थिति में नहीं थी जिन्हें ग्रामीण ढांढ़स बंधाते रहे। होश में आते ही वह बार बार बेहोश हो जातीं थीं।