टाक्टे से 177 लोगों की जान बचाने वाली टीम में रहे कानपुर के अभिनव, साझा किए विचार
किदवई नगर निवासी अभिनव बाजपेयी 2014 से भारतीय नौ सेना के आइएनएस कोच्चि में इंजीनियर पद पर तैनात हैं। मां ममता बाजपेयी ने बताया कि कुछ दिनों पहले मुंबई में आए टाक्टे तूफान में सिविलियन का एक जहाज बार्न पी-305 फंस गया था।
कानपुर, जेएनएन। टाक्टे चक्रवात के बीच समुद्र में फंसे 177 लोगों की जान बचाने में शहर के अभिनव का भी योगदान रहा। आइएनएस कोच्चि में तैनात इंजीनियर अभिनव ने टीम के साथ मिलकर सिविलियन जहाज में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने में मदद की। पिछले दिनों वह कुवैत से आक्सीजन लाने में भी अहम भूमिका निभा चुके हैं।
किदवई नगर निवासी अभिनव बाजपेयी 2014 से भारतीय नौ सेना के आइएनएस कोच्चि में इंजीनियर पद पर तैनात हैं। मां ममता बाजपेयी ने बताया कि कुछ दिनों पहले मुंबई में आए टाक्टे तूफान में सिविलियन का एक जहाज बार्न पी-305 फंस गया था। जहाज में फंसे लोगों की मदद के लिए आइएनएस कोच्चि को भेजा गया। जहाज में कार्यरत बेटे ने दूसरों की जान बचाकर शहर का नाम रोशन किया। उन्होंने बताया कि बेटे ने दो दिन और दो रात तक चले रेस्क्यू में 177 लोगों को नया जीवन देने का काम किया। इससे पहले उनकी टीम संक्रमण से जूझ रहे देश के लिए कुवैत से आक्सीजन लेकर भी आई है। उस टीम में भी अभिनव ने शिद्दत से काम किया। अभिनव की शिक्षा मदर टेरेसा स्कूल से हुई है। पिता प्रदीप बाजपेयी पेशे से बिजनेसमैन और बाबा शिवनारायण बाजपेयी सेना में सेवाएं दे चुके हैं।