Move to Jagran APP

टाक्टे से 177 लोगों की जान बचाने वाली टीम में रहे कानपुर के अभिनव, साझा किए विचार

किदवई नगर निवासी अभिनव बाजपेयी 2014 से भारतीय नौ सेना के आइएनएस कोच्चि में इंजीनियर पद पर तैनात हैं। मां ममता बाजपेयी ने बताया कि कुछ दिनों पहले मुंबई में आए टाक्टे तूफान में सिविलियन का एक जहाज बार्न पी-305 फंस गया था।

By Akash DwivediEdited By: Published: Fri, 04 Jun 2021 11:35 AM (IST)Updated: Fri, 04 Jun 2021 11:35 AM (IST)
टाक्टे से 177 लोगों की जान बचाने वाली टीम में रहे कानपुर के अभिनव, साझा किए विचार
आइएनएस कोच्चि में इंजीनियर अभिनव बाजपेई। स्वयं

कानपुर, जेएनएन। टाक्टे चक्रवात के बीच समुद्र में फंसे 177 लोगों की जान बचाने में शहर के अभिनव का भी योगदान रहा। आइएनएस कोच्चि में तैनात इंजीनियर अभिनव ने टीम के साथ मिलकर सिविलियन जहाज में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने में मदद की। पिछले दिनों वह कुवैत से आक्सीजन लाने में भी अहम भूमिका निभा चुके हैं। 

loksabha election banner

किदवई नगर निवासी अभिनव बाजपेयी 2014 से भारतीय नौ सेना के आइएनएस कोच्चि में इंजीनियर पद पर तैनात हैं। मां ममता बाजपेयी ने बताया कि कुछ दिनों पहले मुंबई में आए टाक्टे तूफान में सिविलियन का एक जहाज बार्न पी-305 फंस गया था। जहाज में फंसे लोगों की मदद के लिए आइएनएस कोच्चि को भेजा गया। जहाज में कार्यरत बेटे ने दूसरों की जान बचाकर शहर का नाम रोशन किया। उन्होंने बताया कि बेटे ने दो दिन और दो रात तक चले रेस्क्यू में 177 लोगों को नया जीवन देने का काम किया। इससे पहले उनकी टीम संक्रमण से जूझ रहे देश के लिए कुवैत से आक्सीजन लेकर भी आई है। उस टीम में भी अभिनव ने शिद्दत से काम किया। अभिनव की शिक्षा मदर टेरेसा स्कूल से हुई है। पिता प्रदीप बाजपेयी पेशे से बिजनेसमैन और बाबा शिवनारायण बाजपेयी सेना में सेवाएं दे चुके हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.