दुकान न चलने पर व्यापारी तो गेस्ट हाउस में ठहरे दिल्ली के युवक ने लगाई फांसी
स्वरूपनगर निवासी व्यापारी की कल्याणपुर में है दुकान गुरुवार को आया था दिल्ली से युवक।
कानपुर, जेएनएन। दुकान न चलने पर स्वरूपनगर में एक व्यापारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह जब स्वजन सोकर उठे तो उनका शव फंदे से लटका देखा। पुलिस ने आकर शव उतरवाया। वहीं दूसरी ओर दिल्ली से आए युवक ने गेस्ट हाउस में फंदे पर लटक जान दे दी।
शुक्रवार रात खाना खाने के बाद कमरे में लगाई फांसी
स्वरूपनगर निवासी 40 वर्षीय अखिलेश सिंह की आइआइटी गेट के पास कंप्यूटर रिपेयङ्क्षरग की दुकान है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही उनकी बेटी अंशिका के मुताबिक कुछ माह से पिता का कारोबार ठीक नहीं चल रहा था। इस वजह से वह परेशान थे। मां पूर्णिमा ने समझाने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हुईं। शुक्रवार रात सभी ने साथ बैठकर खाना खाया था। पिता भी अपने कमरे में सोने चले गए। देर रात किसी समय उन्होंने दुपट्टे के सहारे कुंडे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। सुबह जब काफी देर तक पिता कमरे से बाहर नहीं आए तो मां जगाने पहुंचीं तो घटना का पता लगा। थाना प्रभारी ने बताया कि मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। कारोबार ठीक न चलने की वजह से आत्महत्या की बात सामने आई है।
घंटाघर स्थित गेस्ट हाउस में ठहरा था दिल्ली का युवक
घंटाघर स्थित सेंट्रल गेस्ट हाउस में शुक्रवार देर रात दिल्ली शालीमार बाग निवासी 26 वर्षीय विजय यादव ने फांसी लगा ली। शनिवार दोपहर गेस्ट हाउस कर्मचारियों की सूचना पर पुलिस ने शव को फंदे से उतारा और फॉरेंसिक टीम से जांच कराई। हरबंशमोहाल थाना प्रभारी सतीश कुमार सिंह ने बताया कि विजय यादव उर्फ सूरज गुरुवार को सेंट्रल गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 41 में आकर ठहरे थे। शनिवार सुबह जब काफी देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो कर्मचारियों ने आवाज दी और अंदर से कोई जवाब न मिलने पर मैनेजर को बताया। मैनेजर की सूचना पर पुलिस पहुंची और कुंडी तोड़ी गई तो विजय का शव रस्सी के फंदे के सहारे पंखे से लटका देखा। इसके बाद फॉरेंसिक टीम बुलाई गई। थाना प्रभारी ने बताया कि तलाशी में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। बैग में विजय का आधार कार्ड मिला, जिसमें पता शालीमार बाग (दिल्ली) थानाक्षेत्र के सिंघलपुर गांव का है। कार्ड में लिखा मोबाइल नंबर स्विच ऑफ है। दिल्ली पुलिस को आधार कार्ड की प्रति भेजकर विजय के स्वजन से संपर्क किया गया है।