रेलवे में 40 फीसद कर्मचारी बीमार, सहायक अधिकारियों से चल रहा काम
विभागीय सूत्रों के मुताबिक रेलवे के उक्त कार्यालयों और परिचालन विभाग में कार्यरत 40 फीसद कर्मचारी बीमार हैं अथवा कोविड से संक्रमित हैं। जो संक्रमित हैं वह कोविड अवकाश पर हैं जबकि डर के मारे बीमार कर्मचारियों ने भी खुद को आइसोलेट कर लिया है।
कानपुर, जेएनएन। कोविड संक्रमण ने मानव जाति के लिए हर तरफ से बस परेशानी ही खड़ी की है। एक ओर जहां यह फील्ड पर काम करने वाले अधिकतर लोगों को बीमार कर रहा है तो वहीं बीमार हुए लोगों के गैर मौजूदगी में काम पर भी काफी असर पड़ रहा है। सभी विभाग इस समस्या से जूझ रहे हैं लेकिन रेलवे कुछ ज्यादा ही परेशान है। दरअसल इसके विभागों के ज्यादातर बड़े अधिकारी बीमार अथवा संक्रमित हैं जिसके चलते अब रेलवे सहायक अधिकारियों या फिर जूनियर अधिकारियों की बदौलत चल रहा है।
सेंट्रल रेलवे स्टेशन और कानपुर के दूसरे रेलवे स्टेशनों पर करीब 14 हजार कर्मचारी काम करते हैं। इसमें एक बड़ा वर्ग परिचालन से जुड़ा है। जिसके कर्मचारियों को ड्यूटी करने अक्सर बाहर भी जाना होता है। इसके साथ ही विभिन्न कार्यालयों में भी कर्मचारी कार्यरत हैं।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक रेलवे के उक्त कार्यालयों और परिचालन विभाग में कार्यरत 40 फीसद कर्मचारी बीमार हैं अथवा कोविड से संक्रमित हैं। जो संक्रमित हैं वह कोविड अवकाश पर हैं जबकि डर के मारे बीमार कर्मचारियों ने भी खुद को आइसोलेट कर लिया है। वह भी लंबे समय से कार्यालय नहीं आ रहे हैं। ऐसे में यहां काम नीचे के अधिकारियों और कर्मचारियों के कंधों पर आ गया है। वैसे रेलवे ने कोविड संक्रमण के दौर में कार्यालयों में 50 फीसद कर्मचारियों की उपस्थिति से काम लेना शुरू किया था, लेकिन बीमार होने वाले कर्मचारियों की बड़ी संख्या के बाद उपस्थिति वैसे ही आधी हो गई है। जिसके चलते कर्मचारियों पर वर्क लोड बढ़ गया है। ऐसे में कर्मचारी भी परेशान हैं।