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राष्ट्रीय लोक अदालत में खत्म हुए 25,817 मामले

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत हुई।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Sep 2021 01:42 AM (IST)Updated: Sun, 12 Sep 2021 01:42 AM (IST)
राष्ट्रीय लोक अदालत में खत्म हुए  25,817 मामले
राष्ट्रीय लोक अदालत में खत्म हुए 25,817 मामले

जागरण संवाददाता, कानपुर : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसमें 25,817 मामले निस्तारित किए गए और करीब 13 करोड़ रुपये की धनराशि प्रतिकर के रूप में वसूली और पीड़ितों को दिलायी गई।

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जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव अंशू शुक्ला ने बताया कि कोविड प्रोटोकाल के तहत दीवानी न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया था। इसमें दीवानी न्यायालय द्वारा 11,089 मामले निस्तारित किए गए। प्री-लिटिगेशन के आधार पर 1,028 मामले निपटाए गए।जिला जज आरपी सिंह ने 12 मामलों का निस्तारण किया।उन्होंने बताया कि पारिवारिक न्यायालय द्वारा पति पत्नी के बीच चल रहे 67 मामलों का निस्तारण सुलह समझौता के आधार पर किया गया, जिसमें नौ जोड़ों को जनपद न्यायाधीश ने सुखी जीवन का आशीर्वाद देकर विदा किया।मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट शैलेंद्र यादव ने 5,057 मुकदमों का निस्तारण किया।राष्ट्रीय लोक अदालत के अवसर पर रामगोपाल विधि महाविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं ने न्यायालय में उपस्थित होकर न्यायालय की कार्यवाही को देखा।

वाशिग पाउडर प्लांट में खराब मशीनें भेजकर 11.80 लाख की ठगी : वाशिग पाउडर बनाने वाली फर्म की प्रोपराइटर ने फजलगंज गड़रियनपुरवा स्थित मशीनरी कंपनी के मालिकों पर धोखाधड़ी से 11.80 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाते हुए मुकदमा लिखाया है। आरोप है कि कंपनी की ओर से उनके प्लांट के लिए जो मशीनें भेजी गईं, वह सभी खराब थीं।

नौबस्ता के आवास विकास हंसपुरम निवासी निहारिका तिवारी ने पुलिस को बताया कि वह पति श्याम कुमार की फर्म में प्रोपराइटर हैं। उन्होंने अक्टूबर माह में फजलगंज गड़रियनपुरवा निवासी श्री इंजीनियरिग कंपनी से अपने प्लांट के लिए मशीनें खरीदने की बात की थी। कंपनी की प्रोपराइटर चेतना सिंह और सुमित श्रीवास्तव ने मशीनों के साथ पूरा आटोमैटिक प्लांट लगाने और दो साल की गारंटी देने का भरोसा दिलाया था। निहारिका ने उनकी फर्म के खाते में 11.80 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। फरवरी माह में आरोपितों ने एक मिस्त्री के साथ मशीनें भेजीं। आरोप है कि मिस्त्री से मशीनें चलाने के लिए कहा तो मशीनें नहीं चलीं। तब पता लगा कि आरोपितों ने कबाड़ी से खराब मशीनें खरीदकर भेजी थीं। विरोध पर आरोपितों ने गालीगलौज कर मुकदमों में फंसाने की धमकी दी। तब निहारिका ने चेतना और सुमित श्रीवास्तव समेत 22 लोगों के खिलाफ फजलगंज थाने में तहरीर दी। थाना प्रभारी अजय प्रताप सिंह ने बताया कि धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की रिपोर्ट दर्जकर जांच कराई जा रही है।


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