जेएनएन, कानपुर : फीलखाना के सिरकी मोहाल स्थित जेवर बनाने के कारखाने से बीती रात चोरों ने 200 ग्राम सोने के जेवर पार कर दिए। पुलिस इस वारदात में किसी करीबी पर शक कर रही है। बड़ा सवाल यह भी है कि घटना के समय कारखाने में दस कारीगर सो रहे थे और किसी को भनक तक नहीं लगी। लालबंगला निवासी गौरव पाल का फीलखाना थानाक्षेत्र स्थित सिरकी मोहाल में सोने के जेवर बनाने का कारखाना है। गौरव के मुताबिक उनके कारखाने में पश्चिम बंगाल के दस कारीगर काम करते हैं। रात को काम खत्म होने के बाद यह लोग कारखाने में ही सो जाते हैं। मंगलवार की रात करीब तीन से सवा तीन बजे तक काम हुआ। इसके बाद सभी कारीगर सोने चले गए। सुबह होने पर जब उनकी नींद खुली तो उन्हें चैनल से लेकर कारखाने में लगे सभी ताले टूटे पड़े मिले। यहां तक कि जिस तिजोरी में सोना व जेवर रखे थे, उसका ताला भी टूटा था। कारीगरों की सूचना पर गौरव मौके पर पहुंचे और पुलिस को वारदात की जानकारी दी। कारखाने के अंदर लगा सीसीटीवी कैमरा खंगाला गया तो उसमें सुबह पांच बजकर आठ मिनट पर एक 25 से 30 वर्षीय युवक कारखाना के अंदर आता दिखाई पड़ा। उसने ही चोरी की वारदात को अंजाम दिया। गौरव के मुताबिक चोरी गए सोने का वजह करीब 200 ग्राम और मूल्य करीब 12 लाख रुपये होगा। डीआइजी डॉ. प्रीतिदर सिंह ने बताया कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोर की तलाश शुरू की है। जिस समय घटना हुई, उस वक्त कारखाना में दस कारीगर सो रहे थे, लेकिन उन्हें कोई खटपट सुनाई नहीं पड़ी। चोर ने तीन से चार ताले तोड़े। सीसीटीवी कैमरे में चोर पेचकस जैसी वस्तु से आसानी से ताले तोड़ते कैद हुआ है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि चोर ताले तोड़ने में माहिर है। यही नहीं यह भी सामने आ रहा है कि उसे कारखाने के बारे में पूर्व में जानकारी थी। पुलिस का मानना है कि कोई करीबी इस घटना में शामिल हो सकता है। गड़रियनपुरवा में कूड़े से दो ट्रकों में लगी आग, कानपुर : फजलगंज के गड़रियनपुरवा में बुधवार देर रात कूड़े में आग लग गई। आग की लपटों ने यहां स्थित गैराज में मरम्मत के लिए आए दो ट्रकों को भी अपनी चपेट में ले लिया। धुआं और लपटें देखकर स्थानीय लोगों ने कंट्रोल रूम को सूचना दी। फजलगंज फायर स्टेशन से दो दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। गड़रियनपुरवा में सड़क किनारे फैली पन्नी और फोम में आग लग गई। आग की लपटों ने यहां मरम्मत के लिए दो ट्रकों को अपनी जद में ले लिया। लपटों से घिरे ट्रक देखकर फायर स्टेशन को सूचना दी गई। फजलगंज फायर स्टेशन के अग्निशमन अधिकारी दो गाड़ियों के साथ घटनास्थल पहुंचे। जहां आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई जा सकी। स्थानीय निवासी सुनील कुमार और पप्पू का कहना है कि किसी ने सिगरेट या बीड़ी फेंकी होगी जिससे यहां आग लगी है।
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