19 उम्मीदवारों ने भरा पर्चा, आज नामाकन पत्रों की जाच
काग्रेस ने आरडी कुरील को भी दिया चुनाव निशान
जागरण संवाददाता, कानुपर : घाटमपुर विधानसभा सीट पर हो रहे उप चुनाव के लिए शुक्रवार को नामाकन की प्रक्रिया खत्म हो गई। शनिवार को नामाकन पत्रों की जाच होगी। फिलहाल 19 उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा के उपेंद्र नाथ पासवान, सपा के इंद्रजीत कोरी, बसपा के कुलदीप संखवार ने नामाकन किया है। काग्रेस से पहले डॉ. कृपा शकर ने नामाकन किया था अब पार्टी ने आरडी कुरील को भी चुनाव चिह्न आवंटन कर दिया है। ऐसे में शनिवार को तय होगा कि काग्रेस का अधिकृत उम्मीदवार कौन होगा। हालाकि पार्टी से अधिकृत उम्मीदवारी घोषित होने की उम्मीद में नवीन कुमार नाम एक व्यक्ति ने भी खुद को काग्रेस का उम्मीदवार बताते हुए नामाकन किया।
शुक्रवार को नामाकन करने वालों में राष्ट्रीय जनउत्थान पार्टी के राजेंद्र धमाका, अखंड समाज पार्टी की नीता कुमारी, निर्दलीय आरती, बहुजन मुक्ति पार्टी के सुरेंद्र कुमार रंजन, राष्ट्रीय हिंद समाज पार्टी के सुरेश कुमार, अखिल भारत अशोक सेना के अशोक कुमार, निर्दलीय धर्मप्रकाश, राष्ट्रीय समाज पार्टी के नाथ राम खोटे शामिल हैं। भाजपा के उपेंद्र नाथ समेत कई और उम्मीदवारों ने दोबारा नामाकन किया। इस तरह कुल 19 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा है। काग्रेस के पदाधिकारी ने बताया कि पार्टी ने नवीन कुमार को सिंबल नहीं दिया है। आरडी कुरील और कृपा शकर को ही सिंबल दिया गया है। अब शनिवार को तय होगा कि पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार कौन है।
चेहरा ढक कर पहुंचे सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित ने भरा पर्चा: सामूहिक दुष्कर्म के जिस आरोपित को कोतवाली पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। शुक्रवार को अंतिम दिन वह चेहरा ढक कर कलेक्ट्रेट पहुंचा और पुलिस को चकमा देकर नामांकन दाखिल करने के बाद निकल गया।
गांव गिरसी निवासी अधिवक्ता राजेंद्र धमाका को राष्ट्रीय जनउत्थान पार्टी ने प्रत्याशी घोषित किया है, लेकिन पिछले सप्ताह एक युवती ने उसके खिलाफ घर में बंधक बना कर सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा स्थानीय कोतवाली में दर्ज कराया था। जिसके बाद से आरोपित राजेंद्र धमाका फरार है और पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है।
बुधवार को अपने विश्वस्त के मार्फत नामांकन पत्र मंगवाने के बाद धमाका शुक्रवार दोपहर चेहरा ढक कर प्रस्तावकों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचा और एसीएम-2 के न्यायालय में रिटर्निग अफसर के सामने पेश होकर नामांकन पत्र दाखिल किया। रिटर्निंग अफसर एके श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होने धमाका का चेहरा खुलवा कर पहचान की थी। इसके बाद धमाका कलेक्ट्रेट से निकल गया।
सामूहिक दुष्कर्म मामले के विवेचक सीओ रवि कुमार सिंह ने बताया कि धमाका की गिरफ्तारी के लिए कलेक्ट्रेट में पुलिस बल तैनात किया गया था। लेकिन वकीलों के बीच होने के चलते उसे पहचाना नही जा सका।