अक्टूबर में मेट्रो को सैद्धांतिक सहमति के आसार
कानपुर, जागरण संवाददाता: शहर के मेट्रो प्रोजेक्ट को अक्टूबर तक हरी झंडी मिलने के आसार हैं। शहरी विका
कानपुर, जागरण संवाददाता: शहर के मेट्रो प्रोजेक्ट को अक्टूबर तक हरी झंडी मिलने के आसार हैं। शहरी विकास मंत्रालय व अन्य मंत्रालयों में सहमति के बाद इस प्रोजेक्ट को सैद्धांतिक सहमति मिलेगी। मंत्रालयों के अफसरों की जल्द ही बैठक होने की उम्मीद है। ऐसे संकेत लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन और केडीए के अफसरों को दिए गए हैं।
शहर में आईआईटी से नौबस्ता और सीएसए से बर्रा आठ तक मेट्रो के दो कॉरीडोर बनाए जाने हैं। इस प्रोजेक्ट के डीपीआर को राज्य सरकार की मंजूरी मिल चुकी है और टोकन मनी के रूप में 50 करोड़ रुपये स्वीकृत भी हो गए हैं। अब सिर्फ शहरी विकास मंत्रालय की हां का इंतजार है। इसके बाद जापान के जाइका बैंक और यूरोपियन इंवेस्टमेंट बैंक से वित्तीय मदद को प्रक्रिया शुरू होगी। मंत्रालय ने केडीए से इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट, शहर का मास्टर प्लान मांगा था। पूछा था कि आखिर दोनों रूटों पर मेट्रो को पर्याप्त मात्रा में यात्री कैसे मिलेंगे। केडीए ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मेट्रो शहर के एक छोर को दूसरे छोर से जोड़ेगी। साथ ही 90 फीसद सरकारी कार्यालय, कालेज, न्यायालय सब शहर के उत्तर क्षेत्र में हैं। प्रतिदिन लाखों लोग दक्षिण क्षेत्र से उत्तर और उत्तर क्षेत्र से दक्षिण की ओर आते जाते हैं। आए दिन जाम की समस्या होती है। मेट्रो ट्रेनों के संचालन से इस समस्या का समाधान हो जाएगा। शहर की बढ़ती आबादी का भी हवाला दिया गया है। केडीए के इस तर्क से शहरी विकास मंत्रालय के अफसर सहमत हैं। दूसरे मंत्रालयों के बीच प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा भी हो चुकी है। उम्मीद है कि वित्त मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय, पर्यावरण मंत्रालय, ऊर्जा मंत्रालय, भूतल एवं परिवहन मंत्रालय आदि मंत्रालयों की सितंबर के पहले पखवारे में बैठक हो जाएगी। इसके बाद अक्टूबर में इस प्रोजेक्ट को सैद्धांतिक सहमति मिल जाएगी।