जागरण संवाददाता, कानपुर : पुराना स्टेशन को अब पर्यटन स्थल बनाया जाएगा। इसके साथ ही स्टेशन के 135 साल पुराने गौरवशाली इतिहास से भी शहरवासियों को रूबरू कराया जाएगा। शनिवार को मंडलायुक्त ने पुराना कानपुर स्टेशन के निरीक्षण के साथ ही इसके संकेत दिए। अब रेलवे बोर्ड और मंडल अधिकारियों के साथ इस पर कार्ययोजना बनाई जाएगी।
शहर में कई ऐतिहासिक महत्वपूर्ण स्थान हैं, जिसमें 135 साल पुराना कानपुर रेलवे स्टेशन भी शामिल है। शनिवार को स्टेशन के गौरवशाली इतिहास को जानने के लिए मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर नगर आयुक्त और रेलवे अधिकारियों के साथ वहां पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कानपुर रेलवे स्टेशन का ऐतिहासिक भवन वर्ष 1885 में बनाया गया था। इसे उत्तर भारत का पहला रेलवे स्टेशन कहा जाता है। इसने 1932 तक मुख्य रेलवे स्टेशन के रूप में कार्य किया। बाद में मौजूदा न्यू कानपुर सेंट्रल ने इसकी जगह ले ली जबकि पुराने रेलवे स्टेशन के भवन को रेलवे अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण संस्थान में बदल दिया गया। वर्ष 2002 में रेलवे ने इसे हेरिटेज बिल्डिंग घोषित किया था। मंडलायुक्त ने कहा कि यहां कानपुर के लिए सबसे आकर्षक पर्यटन स्थल बनने की पूरी संभावना है। भवन की भव्यता और ऐतिहासिक महत्व को रेलवे संग्रहालय के रूप में प्रदर्शित किया जा सकता है। पुरानी पटरियों, पुरानी इमारत की संरचना और डोम वास्तुकला इसे और अधिक आकर्षक और दिलचस्प बनाती है। इस पर रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले भी कई प्रयास किए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली। मंडलायुक्त ने रेलवे और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को भवन की मौजूदा उपयोगिता बनाए रखते हुए पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनाने के लिए मिलकर काम करने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने बताया मंडल रेल अधिकारियों और रेलवे बोर्ड के साथ बातचीत के बाद आगे की योजना तैयार की जाएगी।
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