गोशाला में ठंड से 12 गोवंशों की मौत, सच्चाई छुपाने को नाले में फेंक दिए शव Banda News
अतर्रा के कान्हा पशु आश्रय स्थल की घटना एसएडीएम ने गोशाला प्रभारी समेत चार पर दिए कार्रवाई के निर्देश।
बांदा, जेएनएन। जिले के अतर्रा में संचालित गोशालाओं में गोवंशों को ठंड से बचाने को लेकर जागरण द्वारा खबर के जरिये सचेत करने के बाद भी जिम्मेदारों ने कोई व्यवस्था नहीं की। इसका नतीजा ये हुआ कि गुरुवार को कान्हा पशु आश्रय स्थल में ठंड से दर्जन भर गायों की मौत हो गई, जबकि चार गाय मरणासन्न हालत में हैं। फजीहत से बचने के लिए नगर पालिका ने गायों के शव को नाले में फेंकवा दिया। सिर्फ दो गायों की मौत स्वीकार की जा रही है। एसडीएम ने लापरवाही पर गोशाला प्रभारी सहित चार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
गोशालाओं में ठंड से बचाने को नहीं हैं इंतजाम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निरीक्षण व सख्ती के बाद भी जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में निर्मित गोश्रय केंद्रों की हालत दयनीय है। जागरण ने सप्ताह भर पहले गोशालाओं की पड़ताल कर ठंड से बचाव को लेकर बदइंतजामी का मामला उजागर किया था। इसके बाद भी अधिकारी सचेत नहीं हुए। अचानक बढ़ी ठंड के बाद भी अभी तक इनमें रह रहे बेजुबानों के लिए कोई आवश्यक इंतजाम नही हुए। इसकी वजह से नगर पालिका अतर्रा द्वारा संचालित कान्हा गोश्रय स्थल में तैनात कर्मियों की लापरवाही के चलते ठंड से एक दर्जन गोवंशों की मौत हो गई। बचाव व उपचार की समुचित व्यवस्था न होने का खामियाजा बेजुबानों को भुगतना पड़ा। पालिका कर्मियों ने गायों की मौत छिपाने के उद्देश्य से उनके शव वहां से हटाकर बदौसा रोड स्थित शांति धाम सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पीछे नाले में फेंक दिए। उसके बाद कान्हा गोशाला में पड़ी चार मरणासन्न गायों को पालिका के कर्मचारियों ने उपचार के लिए हरिश्चंद्र वाटिका भेजने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों के विरोध पर कान्हा गोशाला में ही इलाज करना पड़ा। उधर, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. रामवृक्ष सिंह का कहना है कि बीमार पशुओं का इलाज किया गया था।