Move to Jagran APP

..जब आग का गोला बन गई थी स्लीपर बस

जागरण संवाददाता कन्नौज हादसे तो होते रहते हैं लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जो लंबे समय तक

By JagranEdited By: Published: Tue, 29 Dec 2020 06:36 PM (IST)Updated: Tue, 29 Dec 2020 06:36 PM (IST)
..जब आग का गोला बन गई थी स्लीपर बस
..जब आग का गोला बन गई थी स्लीपर बस

जागरण संवाददाता, कन्नौज: हादसे तो होते रहते हैं, लेकिन कुछ ऐसे होते हैं, जो लंबे समय तक गहरा जख्म दे जाते हैं। साल के आरंभ में जीटी रोड पर घिलोई गांव के समीप ट्रक से टक्कर के बाद फर्रुखाबाद से जयपुर जा रही स्लीपर बस आग का गोला बन गई थी, जिसमें दस लोगों की जिदा जलने से मौत हो गई थी। आज भी लोग इस घटना को याद कर सिहर जाते हैं।

prime article banner

दस जनवरी को नए साल का जश्न अभी खत्म ही हुआ था कि छिबरामऊ क्षेत्र के घिलोई गांव के समीप जीटी रोड पर हुए बस हादसे में दस लोग जिदा जल गए थे, जिनकी पहचान डीएनए रिपोर्ट से हुई थी। जिले में साल का सबसे भीषण हादसा था। हालांकि इसके बाद भी आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर कई हादसे हुए, लेकिन यह सबसे बड़ा था। इसमें एक परिवार तो पूरा ही खत्म हो गया था। परिवहन विभाग और पुलिस ने बस मालिक पर शिकंजा कसा और तमाम तरह की खामियां और लापरवाही सामने आईं, लेकिन कार्रवाई का नतीजा सिफर ही रहा।

-------------

मोदी-योगी ने भी जताया था गहरा दुख

घिलोई बस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री अमित शाह तथा रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष लल्लू सिंह समेत कई नेताओं ने ट्वीट कर गहरा दुख जताया था। मुख्यमंत्री ने तो अगले दिन कैबिनेट मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री को भेजकर मृतकों के स्वजन तथा घायलों को आर्थिक सहायता दिलाई थी।

--------------

पहली बार देखा इतना भीषण हादसा

घिलोई गांव के डॉ. रजनीश दुबे इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी हैं। रजनीश के मुताबिक उन्होंने पहली बार लाइव इतना बढ़ा हादसा देखा है। रात होने के कारण बस में अधिकांश यात्री सो रहे थे। आग लगने के बाद चीख-पुकार मच गई तो उन्हानें शीशा तोड़कर लोगों को बाहर निकालना शुरू किया। लोग कूदने लगे, तब तक पूरी बस आग का गोला बन चुकी थी। उन्हें अनुमान नहीं था कि बस के अंदर कितने लोग फंसे हैं। सुबह केवल अवशेष मिले थे। बाद में पता चला कि इस हादसे में ट्रक चालक समेत दस लोग जिदा जल गए हैं।

---------------

कन्नौज में साल भर में हुए हादसे

माह हादसे मृतक घायल

जनवरी 30 26 51

फरवरी 27 13 25

मार्च 39 28 47

अप्रैल 04 03 02

मई 19 12 16

जून 30 17 29

जुलाई 29 21 51

अगस्त 35 16 23

सितंबर 47 22 67

अक्टूबर 27 20 21

नवंबर 17 20 11

29 दिसंबर तक 24 08 17

(आंकड़े यातायात पुलिस के अनुसार)

-------------------

कन्नौज में साल भर में कई हादसे हुए, लेकिन पिछले तीन साल की तुलना में इस बार कमी आई। इसका एक कारण लॉकडाउन भी रहा है। घिलोई बस हादसा सबसे भीषण था, जिसमें आरोपपत्र न्यायालय में दाखिल किया जा चुका है।

-विनोद कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.