नहीं थम रहे अवैध खनन में लगे ट्रैक्टरों के पहिए
संवाद सहयोगी छिबरामऊ क्षेत्र में धड़ल्ले से मिट्टी का अवैध खनन हो रहा है। गांव के खेतों में
संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: क्षेत्र में धड़ल्ले से मिट्टी का अवैध खनन हो रहा है। गांव के खेतों में जेसीबी से बने गड्ढे व सड़कों पर दौड़ते ट्रैक्टरों के पहिए इसकी कहानी बयां कर रहे हैं। वहीं इसकी भनक दिन भर सड़क पर मुस्तैद रहने वाले पुलिस प्रशासन को नहीं हो रही है।
इन दिनों छिबरामऊ क्षेत्र में खुलेआम मिट्टी का खनन कराया जा रहा है। प्रमुख सड़कों से जुड़े संपर्क मार्ग में शायद ही कोई ऐसा हो, जहां तक खनन का काम न पहुंचा हो। दिन से लेकर रात के अंधेरे में धड़ल्ले से ट्रैक्टर दौड़ते हैं। पुलिस रात गश्त भी करती है। सड़कों पर पुलिस चौकियां भी बनी हैं लेकिन कार्रवाई सिफर है। इससे खनन करने वालों के हौसले बुलंद हैं। एक-एक स्थान पर 10-15 ट्रैक्टर मिट्टी ढोने का काम करते हैं। रायल्टी जमा न होने से सरकार को लाखों के राजस्व का चूना लग रहा है। हाल ही में गांव मनिकापुर निवासी सागर व देव दूध लेने जाते समय अवैध खनन में लगे मिट्टी लदे ट्रैक्टर से कुचल गए थे। सागर की लखनऊ में मौत हो गई थी। देव की हालत भी गंभीर बनी रही थी। ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग की लेकिन तीन दिन बाद भी एक भी ट्रैक्टर ट्रॉली नहीं पकड़ी गई। यह घटना केवल एक उदाहरण है। इससे पहले नगला दिलू स्थित 100 शैय्या अस्पताल को जाने वाली सड़क पर भी कई घटनाएं हुई। यह हैं अवैध खनन के प्रमुख मार्ग
छिबरामऊ फर्रुखाबाद मार्ग, ताजपुर रोड, खुबरियापुर रोड, उधरनपुर रोड, कैरदा रोड, विशुनगढ़ रोड, शंकरपुर रोड, नगला दिलू रोड, दीपकपुर रोड, बहबलपुर रोड, कुंवरपुर जनू रोड आदि। मिट्टी का खनन रायल्टी जमा करने के बाद ही किया जा सकता है। अवैध रूप से खनन करने वालों को चिन्हित किया जाएगा। क्षेत्रीय लेखपालों से रिपोर्ट मांगी जाएगी। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी। रायल्टी जमा न होने पर वाहनों को सीज कराया जाएगा।
- देवेश कुमार गुप्त, एसडीएम छिबरामऊ