अनदेखी और मनमानी से बर्बाद हुआ धान
जागरण संवाददाता कन्नौज अफसरों की अनदेखी और केंद्र प्रभारियों की मनमानी किसानों पर भार
जागरण संवाददाता, कन्नौज : अफसरों की अनदेखी और केंद्र प्रभारियों की मनमानी किसानों पर भारी पड़ रही है। एक तो केंद्रों पर खरीद न होना दूसरा बारिश से नुकसान उठाना पड़ रहा है। रविवार व सोमवार बारिश से केंद्रों पर जो धान बर्बाद हुआ उससे जिम्मेदारों को कोई सरोकार नहीं है क्योंकि वह धान किसानों का था, जो खरीदा नहीं गया था। निजी केंद्रों से वापस करने पर किसान शाखा विपणन व अन्य केंद्रों पर नंबर न आने पर बिक्री के लिए खुले आसमान में खुद की जोखिम पर छोड़ गए थे। नवीन मंडी में शाखा विपणन केंद्र पर किसानों का नंबर नहीं आ रहा है, जबकि पुलिस लाइन व मोचीपुर में खुले केंद्रों पर प्रभारी खरीद नहीं कर रहे हैं। दोनों जगह से वापस करने पर किसान मंडी आ रहे हैं। तीन जगह का लोड बढ़ने के कारण शाखा विपणन की हालत खस्ता है। इस कारण यहां भी किसानों का नंबर नहीं आ रहा है। मंगलवार को भीगे धान के बोरे सहिल्लापुर निवासी रावेंद्र व राजेंद्र हटाते रहे। बताया कि पुलिस लाइन स्थित केंद्र पर गए तो वहां से वापस कर दिया था। मंडी में भी पहले से टोकन दिए किसानों से खरीद होने के कारण नंबर नहीं मिला। इस कारण करीब 15 दिन पहले 70 बोरे धान नंबर लगाने के लिए रख गए थे, जो बर्बाद हो गया है। शाखा विपणन में उठान न होने के कारण बोरों का अंबार 15 दिन से लगा है। यदि समय से उठान होता तो धान खरीद होती और नुकसान भी न होता। इस समस्या का जिम्मेदार संज्ञान नहीं ले रहे हैं न ही किसानों की मांग पर अब तक मंडी में अन्य केंद्र शिफ्ट नहीं किया गया है, जबकि हर वर्ष तीन केंद्र खुलते हैं। जिला खरीद अधिकारी गजेंद्र कुमार ने बताया कि इस विषय पर बात कर जल्द केंद्र शिफ्ट करेंगे।