कसावा क्षेत्र में दो और महिलाओं की मौत
संवाद सूत्र कसावा खांसी जुकाम व बुखार सहित सांस लेने में परेशानी होने के बाद मरीजों की ह
संवाद सूत्र, कसावा: खांसी, जुकाम व बुखार सहित सांस लेने में परेशानी होने के बाद मरीजों की हालत बिगड़ रही है। कसावा क्षेत्र में ऐसे ही मामले में दो और महिलाओं की मौत हो गई।
कसावा क्षेत्र में इस समय अधिकांश लोग खांसी जुकाम व बुखार से पीड़ित हैं। कई लोगों को सांस की समस्या भी हो रही है। गांव कसावा निवासी विनीत दुबे दिल्ली में रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं। चार-पांच दिन पहले वह पत्नी विनीता के साथ गांव आए थे। गांव आने के बाद पत्नी की हालत बिगड़ गई। बुखार, खांसी, जुकाम व सांस लेने में तकलीफ होने पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया। उपचार के दौरान हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। हालत बिगड़ने पर उन्हें रेफर कर दिया गया। विनीत उपचार के लिए पत्नी विनीता को लेकर दिल्ली जा रहे थे। रास्ते में जेबर में हालत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया। इस दौरान उनकी मौत हो गई। विनीता के दो पुत्र पांच वर्षीय दिव्यांश व तीन वर्षीय शिवांश हैं।
वहीं इसी क्षेत्र के गांव पश्चिमी मडिया निवासी लज्जाराम पाल सौरिख के एक इंटर कॉलेज में अस्थाई रूप से शिक्षण कार्य करते थे। उन्होंने रहने के लिए सौरिख में मकान भी बनवाया। बुधवार को 65 वर्षीय पत्नी सुधीर कुमारी की हालत बिगड़ गई। खांसी, जुकाम, बुखार के अलावा सांस लेने में दिक्कत होने पर स्वजन सीधे मेडिकल कालेज तिर्वा लेकर चले गए। हालत में सुधार न होने पर कानपुर रेफर कर दिया गया। कानपुर में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। गांव में शव आते ही चीखपुकार मच गई। इससे पहले मंगलवार को गांव कसावा में शोभा सक्सेना, बृजेश कुमार शाक्य व गजराज शाक्य की खांसी, जुकाम व बुखार से पीड़ित होने के बाद सांस में तकलीफ होने के चलते मौत हो गई थी। इन घटनाओं से गांव के लोग बेहद भयभीत हैं और सभी की जांच कराए जाने की मांग कर रहे हैं। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. राहुल मिश्रा ने बताया कि दोनों महिलाएं बाहर उपचार करवा रही थी। स्वास्थ्य परीक्षण के लिए टीमों को गांव भेजा जा रहा है। शिविर लगाकर दवा का वितरण भी कराया जा रहा है।