दो और मिले फर्जी शिक्षक, नोटिस जारी
-69 हजार शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े की खुल रहीं परतें -नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक अभिले
-69 हजार शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े की खुल रहीं परतें
-नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का हो रहा सत्यापन
जागरण संवाददाता, कन्नौज : 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में फर्जीवाड़े की परतें अब सत्यापन में खुलने लगीं हैं। शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन में दो और फर्जी शिक्षक मिले हैं, जिन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिले में अभी तक सात शिक्षकों के अभिलेख संदिग्ध मिले हैं।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में इस समय 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन किया जा रहा है। दो दिन पहले पांच शिक्षकों के अभिलेख संदिग्ध मिले थे। उन्हें खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से बीएसए ने कारण बताओ नोटिस दिया था। अब सत्यापन में दो और फर्जी शिक्षक मिले हैं, उन्हें भी नोटिस जारी किया गया है। विदित हो कि सभी शिक्षकों का आनलाइन व आफलाइन सत्यापन किया जा रहा है। इसके अलावा सभी अभिलेखों का संबंधित बोर्ड और यूनीवर्सिटी से भौतिक सत्यापन भी कराया जा रहा है। इसमें जिन शिक्षकों के अभिलेख फर्जी मिलेंगे। उन्हें तीन बार नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। यदि वह बीएसए कार्यालय उपस्थित नहीं होते हैं तो जनपदीय चयन समिति और जिलाधिकारी की संस्तुति पर उस शिक्षक को बर्खास्त कर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी तथा वेतन वसूली के लिए रिकवरी नोटिस जारी किया जाएगा। ------------ सत्यापन में लग जाएंगे कई महीने जनपद में 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में जनपद में 1488 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। इसमें प्रथम चरण में 300, द्वितीय चरण में 1082 तथा तृतीय चरण में 106 शिक्षकों की नियुक्ति कर उनका विद्यालयों में पदस्थापन किया गया है। सभी शिक्षकों के मूल अभिलेख बीएसए कार्यालय में जमा हैं। अब इतने शिक्षकों के अभिलेखों के भौतिक सत्यापन में कई महीने लग जाएंगे। अभी आनलाइन सत्यापन में ही अभिलेख संदिग्ध मिलने लगे हैं। ------ अभिलेखों के सत्यापन की प्रक्रिया लंबी है। अभी प्रारंभिक जांच में जिनके अभिलेख संदिग्ध मिल रहे हैं, उन शिक्षकों को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जांच में पूरी तरह फर्जी पाए जाने पर बर्खास्तगी की जाएगी। -संगीता सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी