अपराधियों का मददगार सिपाही पीड़ितों को देता है धमकी
जागरण संवाददाता, कन्नौज: जिला जेल में तैनात एक सिपाही अपराधियों का मददगार बना हुआ है। वो फ
जागरण संवाददाता, कन्नौज: जिला जेल में तैनात एक सिपाही अपराधियों का मददगार बना हुआ है। वो फोन पर जेल में बंद अपराधियों की ओर से पीड़ितों को अंजाम भुगतने की धमकी दे रहा है। मामला तब खुला जब पीड़ित की शिकायत पर संबंधित फोन नंबर को सर्विलांस पर लगाया गया। पुलिस अब संबंधित सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
थाना ठठिया क्षेत्र के गांव दौलतपुर निवासी विजय ¨सह को एक फोन नंबर से जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। फोन करने वाले ने खुद को सादिक खां निवासी गुरुसहायगंज बताया था। उन्होंने छह मई को थाने में तहरीर दी। बताया कि फोन पर धमकी देने वाला हत्या के मामले में समझौते का दबाव बना रहा है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर संबंधित मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगाया। पता चला कि नंबर सिपाही का है, जो अनौगी जेल में तैनात है। ठठिया थाना प्रभारी अमर पाल ¨सह ने बताया कि आरोपित सिपाही सादिक खां का नाम विवेचना के दौरान मुकदमे में बढ़ा दिया गया है। चार्जशीट जल्द कोर्ट में दाखिल करने के साथ ही पुलिस अधीक्षक को भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जाएगा।
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रसूखदारों से लगवाया रसूख
आरोपित सिपाही बचाव के लिए थाने के चक्कर काट रहा है। थानाध्यक्ष से भी मदद की गुहार लगाई, मगर उन्होंने इन्कार कर दिया। इसके बाद रसूखदारों से थानाध्यक्ष पर कार्रवाई न करने का दबाव बनवाया।
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कौन है हत्योरापित, जिसकी मदद कर रहा सिपाही
29 अप्रैल 2018 को विजय ¨सह की सिपाही बहन कुसुमलता की शादी थी। उनके गांव के ही नजरुल अली ने शादी में न बुलाने की रंजिश में विजय के भाई बलराम के 11 वर्षीय बेटे गगन की हत्या कर दी थी। गुनाह कुबूल करने के बाद पुलिस ने उसे 2 मई को जेल भेज दिया गया।
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अपराधियों के घर है आना-जाना
जेल सूत्रों के मुताबिक सिपाही करीब छह साल से जेल में तैनात है। उसकी ड्यूटी बैरक के आसपास ही रहती है। उसके कई आरोपितों से संबंध हैं। उनके घरों में उसका आना-जाना भी है।
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धमकी देने के मामले की मुझे जानकारी नहीं है। अगर मुकदमा लिखा गया है तो निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।
-एसके यादव, जेलर