Move to Jagran APP

जागरण विशेष) अब रेड लेडी और आइस बेरी उगा किसान होंगे समृद्ध

प्रशांत सक्सेना कन्नौज सुगंध नगरी के उमर्दा ब्लाक ग्राम मवई बिलवारी में इंडो इजराइल तर्ज पर

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Sep 2021 05:20 PM (IST)Updated: Wed, 29 Sep 2021 05:20 PM (IST)
जागरण विशेष)  अब रेड लेडी और आइस बेरी उगा किसान होंगे समृद्ध
जागरण विशेष) अब रेड लेडी और आइस बेरी उगा किसान होंगे समृद्ध

फोटो संख्या : 01

loksabha election banner

-----

सबहेड : कन्नौज में तैयार की गई ताइवानी पपीते की पौध, कई जिलों के किसान लेंगे अच्छी पहल

- उद्यान विभाग की मांग पर सेंटर आफ एक्सीलेंस ने तैयार की दोनों प्रजातियों की पौध

- महाराष्ट्र के पुणे से किसानों ने मंगाए थे बीज, औरैया, इटावा, कानपुर देहात व मैनपुरी में भी होगी बागवानी

प्रशांत सक्सेना, कन्नौज : इत्र नगरी के उमर्दा ब्लाक के ग्राम मवई बिलवारी स्थित इंडो इजराइल तर्ज पर बने 'सेंटर आफ एक्सीलेंस फार वेजीटेबल' से अब औरैया, मैनपुरी, कानपुर देहात और इटावा के किसान समृद्ध होंगे। इन जिलों के किसानों की मांग पर पाली हाउस में ताइवानी प्रजाति रेड लेडी व आइस बेरी की 12 हजार पौध तैयार की गई हैं। वहीं, छत्तीसगढ़ की अमीना व भारत के अधिकांश जगह होने वाली सपना प्रजाति की पौध भी शामिल है। खासकर औरैया के उद्यान विभाग ने सेंटर आफ एक्सीलेंस से मिलकर पपीता की खेती पर जोर दिया है। औरैया में योजना के तहत 15 किसानों को चयनित कर उनके लिए ताइवानी पपीते की 10,500 पौध तैयार कराई गई हैं। बाकी जिले के किसानों ने भी जरूरत के अनुसार पौध तैयार कराई है। औरैया में चयनित 15 किसान एक-एक एकड़ में पपीता की खेती करेंगे। एक एकड़ में 700 पौध लगाने पर ही अनुदान मिलेगा। इससे कम पौध किसी किसान को नहीं दी जाएगी। बिक्री शुरू कर दी गई है। दो दिन में ढाई हजार पौधे भेजे जा चुके हैं। सभी किसान पांच अक्टूबर तक इसे लगाएंगे। यह पौध 25 दिन में तैयार की गई है। इसके लिए किसानों ने महाराष्ट्र के पुणे की एक निजी कंपनी से ताइवान के बीज खुद मंगाकर दिए थे। अब आठ रुपये प्रति पौध के हिसाब से उन्हें देना पड़ रहा है। अक्टूबर में रोपे गए पौधे ठीक एक वर्ष बाद फल देंगे। इनमें दो वर्ष में दो बार फल आएंगे। प्रत्येक वर्ष फरवरी में फलों की बिक्री शुरू की जा सकेगी। सेंटर आफ एक्सीलेंस का दावा है कि सभी पौधे 100 फीसद फल देंगे। एक भी पौधा नष्ट नहीं होगा, क्योंकि हर पौधे में नर व मादा फूल एक साथ होते हैं। एक पौधा 50 से 70 किलो तक फल देगा। औरैया के ये किसान ले गए पौध

अजीतमल ब्लाक के ग्राम लालपुर के हुकुम सिंह व रमेशचंद्र, सदर ब्लाक के ग्राम बखरिया के वीरेंद्र पाठक, ग्राम सरियापुर के विनोद कुमार और पुष्पादेवी, ब्लाक सहार के ग्राम मधवापुर के महिपाल।

---

औरैया में उद्यान विभाग बड़े पैमाने पर पपीता की खेती करा रहा है। पौध तैयार कर किसानों को दी जा रही है। यहां की पौध से पपीते की खेती को बढ़ावा मिलेगा और किसानों की आय बढ़ेगी।

-डा डीएस यादव, प्रभारी अधिकारी, सेंटर आफ एक्सीलेंस फार वेजीटेबल, कन्नौज।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.