आठ पिछड़े गांवों की बदलेगी सूरत
जागरण संवाददाता कन्नौज प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना विकास से पिछड़े आठ गांवों की सूरत बद
जागरण संवाददाता, कन्नौज: प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना विकास से पिछड़े आठ गांवों की सूरत बदलेगी। योजना में इस वर्ष सात ब्लॉकों के 50 फीसद से अधिक आबादी वाले अनुसूचित बाहुल्य गांव शामिल किए गए हैं, जो ग्रामीणों की जरूरतों को पूरा कर संतृत्प किए जाएंगे। उप्र अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम चयनित गांव व परिवारों का सर्वे कर जरूरतों को कार्य योजना में शामिल करेगी। जिला प्रबंधक अंजनी कुमार ने बताया कि पेयजल, स्वच्छता, स्वास्थ्य, पोषण, समाज सुधार, ग्रामीण सड़कें, आवास, बिजली, स्वच्छ ईधन, कृषि पद्धति, वित्तीय समावेश, डिजिटलीकरण, जीवन-यापन और कौशल विकास सर्वे के मुख्य बिदु निर्धारित किए गए हैं। सर्वे करने के लिए ग्राम सचिव व प्रधानों को प्रशिक्षित किया गया है। पांच साल समय, 20 लाख बजट
मूलभूत सुविधाओं के लिए गांव का सर्वे होगा, जो जिला कार्ययोजना में शामिल किया जाएगा। पांच वर्ष तक कार्य कराए जाएंगे। 20 लाख प्रति गांव बजट रखा गया है। इससे अधिक जरूरत पड़ने पर केंद्र सरकार बजट जारी करेगी। इन ब्लॉकों के ये गांव
हसेरन : चिकनपुर, सौरिख : बीबीपुर, जलालाबाद : करनजौली, तहसीपुर ठठिया, कन्नौज : यासीनपुर, छिबरामऊ : बहादुरपुर निगोह, गुगरापुर : अमरौली तालग्राम : आलमपुर गहलौत।