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कन्नौज में 100 शैय्या में स्टाफ नर्स व फार्मासिस्ट निकले संक्रमित

संवाद सहयोगी छिबरामऊ कोरोना संक्रमण इस समय तेजी से क्षेत्र में पैर फैला रहा है। अस्पताल म

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Apr 2021 11:00 PM (IST)Updated: Thu, 15 Apr 2021 11:00 PM (IST)
कन्नौज में 100 शैय्या में स्टाफ नर्स व फार्मासिस्ट निकले संक्रमित
कन्नौज में 100 शैय्या में स्टाफ नर्स व फार्मासिस्ट निकले संक्रमित

संवाद सहयोगी, छिबरामऊ: कोरोना संक्रमण इस समय तेजी से क्षेत्र में पैर फैला रहा है। अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इस बीच उनकी देखभाल में लगे कर्मी भी संक्रमित हो रहे हैं।

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नगला दिलू स्थित 100 शैय्या अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में एक स्टाफ नर्स ड्यूटी कर रही थी। वही फार्मासिस्ट दवाओं का वितरण करते थे। तीन दिन पहले मरीजों की संख्या बढ़ी। इस बीच में संक्रमण की चपेट में आ गए। खांसी जुकाम के बीच गुरुवार को जांच कराई। दोनों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसके बाद नमूने लैब को भेज दिए गए। वही अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। इमरजेंसी वार्ड सहित पूरे परिसर को सैनिटाइज कराया गया। वहीं स्वास्थ्य कर्मियों को पूरी सतर्कता बरतने के लिए सीएमएस ने कहा। सीएमएस डा. राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए इमरजेंसी वार्ड को शिफ्ट के अनुसार सेनीटाइज कराने के निर्देश दिए गए हैं। कर्मचारियों को एहतियात बरतते हुए उपचार करने को कहा गया है। वहीं अस्पताल आने वाले मरीज व तीमारदारों को मास्क लगाने व शारीरिक दूरी का ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं।

मेडिकल कॉलेज से लखनऊ भेजे जाएंगे 50 वेंटीलेटर व चार डॉक्टर

संवाद सहयोगी, तिर्वा : कोरोना संक्रमित के बढ़ते केस को लेकर लखनऊ में नवीन कैंसर हास्पिटल को कोविड-19 का आइसोलेशन वार्ड बना दिया गया है। इससे शासन के निर्देशों पर मेडिकल कॉलेज से 50 वेंटीलेटर व चार जूनियर डॉक्टरों को उपचार के लिए भेजा गया है।

राजकीय मेडिकल कॉलेज में पीएम केयर फंड से कोविड-19 के दौरान 90 वेंटीलेटर आ चुके हैं। इसमें 30 वेंटीलेटर आइसोलेशन में लगे और 12 वेंटीलेटर जनरल आइसीयू में हैं। अन्य वेंटीलेटर बंद थे। इससे शासन के निर्देशों पर अब यहां से 50 वेंटीलेटर कैंसर हास्पिटल लखनऊ भेजे जाएंगे। वहां पर कोरोना संक्रमित को भर्ती कर इलाज करने के लिए चार जूनियर डॉक्टरों को भी भेजा गया। हालांकि सीनियर डॉक्टरों की डिमांड की गई थी, लेकिन अभी तक सीनियर डॉक्टर नहीं भेजे गए। सीएमएस डॉ. दिलीप सिंह ने बताया कि वेंटीलेटर बंद थे और यहां पर इतनी जरुरत भी नहीं। कारण, आइसोलेशन वार्ड 100 बेड का है। इससे गंभीर मरीजों को ही वेंटीलेटर पर रखा जाता है। सामान्य मरीजों को जनरल वार्ड आइसोलेशन में भर्ती किया जाता।


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